Weather Updates For Today, Tomorrow | आज का मौसम: मेरे स्थान पर आज मौसम कैसा रहेगा, अगले 15 दिनों के मौसम समाचार, देखे सम्पूर्ण मौसम विवरण
नमस्कार दोस्तों मेरी योजना डॉट कॉम में आप सभी का स्वागत है आज के इस आर्टिकल के अंदर हम विस्तृत रूप से यह चर्चा करने वाले हैं कि भारत के अंदर पढ़ रही भीषण गर्मी का हाल क्या रहने वाला है क्या रहने वाली है आज की मौसम, कल का मौसम तथा हम इसके बारे में भी चर्चा करेंगे कि अगले 15 | दिन का मौसम के बाद हमारा मौसम कैसा रहने वाला है, हीट स्ट्रोक से खुद को कैसे बचाएं।
साथी हम गर्मी से कैसे बचे इसके बारे में भी हमने विस्तृत रूप से इस आर्टिकल के अंदर चर्चाएं की हुई है तो जो भी इच्छुक उम्मीदवार वेदर अपडेट्स यानी मौसम समाचार को जानना चाहते हैं वह कृपया कर इस आर्टिकल को अवश्य पढ़े ताकि उन्हें इस बदलते मौसम के बारे में विस्तृत जानकारी हो जाए साथी हमने यह भी बताया है कि यदि आपका तबीयत बदलते मौसम की वजह से खराब हो जाता है तो आप हेल्पलाइन नंबर पर डायरेक्ट कॉल करके अपनी समस्या का समाधान कर सकते हैं।
Weather Updates For Today (आज का मौसम) – Quick Points
आर्टिकल का नाम | आज का मौसम समाचार |
मौसम का अनुमान | मौसम संबंधित सम्पूर्ण जानकारी इस आर्टिकल में मिलेगी |
अधिकतम तापमान कितनी है | 45°C |
राजधानी दिल्ली में वर्तमान तापमान कितना है | 41°C |
गर्मी से खुद को कैसे बचाए | ज्यादा से ज्यादा पनि पिए |
10 दिनों में मौसम कैसे रहेगा | भिसन गर्मी पड़ने की संभावना है |
लूह से खुद को कैसे बचाए | पनि वाला फल का सेवन करें और घरों से न निकले |
IMD (भारत मौसम विज्ञान विभाग) की वेबसाइट | https://mausam.imd.gov.in/ |
The Weather Channel | https://mausam.net/ |
Weather Updates For Today – गर्मी के वजह से देश का हुआ बुरा हाल
गर्मी की वजह से भारत देश का हाल बेहाल हो चुका है अब राज्य के सभी लोग गर्मी की वजह से लिए दोस्तों जानते हैं कि गर्मी ने अभी तक कौन-कौन से वह संकट है जो की लाए हैं, जिसका विवरण कुछ इस प्रकार है:-
- अधिकतम तापमान: आपको जानकर पड़ा हैरानी होगा कि भारत देश के कई राज्यों में तापमान अपना पुराना रिकॉर्ड को तोड़ रहा है पिछले वर्ष तुलना में इस वर्ष आर्मी का तापमान 45°C (113°F) से 50°C (122°F) से भी ऊपर जा रहा है।
- लू चलने से गई जाने: मीडिया रिपोर्ट्स के माने तो बड़ी खबर निकाल कर आ रही है कि गर्मी एवं लू के कारण देश में रह रहे कई लोगों की जान भी जा चुकी है खासकर उत्तर और पश्चिमी भारत में लू के कारण लोगों की जाने जा रही हैं।
- पनि की कमी देश का बना संकट: जैसे-जैसे गर्मी अपना कहर देश में रह रहे लोगों को पर उठा रहा है ठीक वैसे ही पानी का कमी भी देश में उतना ही तेजी से बढ़ता जा रहा है, कई इलाकों में तो पानी के कमी की वजह से लोगों की तबीयत खराब हो रही है साथ ही कुछ लोगों की जान भी जा रही है।
- बिजली में हुई कटौती: बढ़ती गर्मी को देखते हुए लोगों ने घर में एसी, कुलर तथा पंखे का उपयोग करना प्रारंभ कर दिया है जिसकी वजह से ज्यादा मात्रा में बिजली का मांग बढ़ता जा रहा है, जिसकी वजह से बिजली का भारी मात्रा में उत्पादन कर पाना मुश्किल होता जा रहा है इस वजह से बिजली का कटौती होना आम बात है।
- स्वास्थ्य सेवा पर प्रभाव: जैसा कि आप सभी को पता ही है कि गर्मी कैसे लोगों के ऊपर अपना कहर बरसा रहा है जिसके वजह से लोगों की तबीयत इस गर्मी की वजह से खराब होती नजर आ रही है जैसे की:-हीट स्ट्रोक, तेजी से बढ़ती हुई थकान, चक्कर आना, माथा में दर्द होना तथा अन्य स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं शरीर में उत्पन्न होती नजर आ रही है।
सरकार द्वारा किए गए निम्नलिखित उपाय:
भीषण गर्मी को मध्य नजर रखते हुए, सरकार ने कई ठोस कदम उठाए हैं, सरकार ने देश के लोगों को यह सुझाव दी है कि वह अपने घर से धूप के समय बिल्कुल भी ना निकले, वैसे सरकार की कौन-कौन से वह निम्नलिखित उपाय हैं, के बारे में आपको जानना बेहद जरूरी है जो कि कुछ इस प्रकार नीचे दर्ज किया गया है:-
- गर्मी से बचने हेतु सरकार का बड़ा कदम: सरकार ने लोगों को खास तौर पर यह हिदायत दी है कि वे अपने घर से सीधे तौर पर धूप में बिल्कुल भी ना निकले, साथ ही हुए पानी वाले फल का सेवन करें एवं ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें, कपड़े पहनने को लेकर भी सरकार का एक एडवाइजरी जारी हुई है जिसमें बताया गया है कि धीरे-धीरे कपड़े को पहनने से गर्मी कम लगेगी एवं थकान भी काम होगा।
- जल संकट को दूर करेगी सरकार: सरकार पानी की संरक्षण के लिए अलग-अलग जगह पर जहां पर पानी की कमी है वहां पर पानी के टैंकर पहुंच रही है साथ ही, जो तालाब वह झील गंदे हैं उनका सफाई करवा रही है ताकि देशवासियों को सुचारू रूप से पानी मिल सके और उनका तबीयत पानी के बगैर खराब ना हो।
- बिजली के कटौती को कम करने का प्रयास: जैसा कि आप सभी को पता है कि बढ़ते गर्मी के चलते बिजली का उत्पादन कर पाना बहुत मुश्किल होता जा रहा है तो इस केस में सरकारबिजली के कटौती को कम करने का भी प्रयास कर रही है जिसमें वह बिजली के उत्पाद को बढ़ा रही है तथा ऊर्जा कुशल उपकरण ऑन में बढ़ावा ला रही है, साथी सरकार का यह भी कहना है कि बिजली का बर्बादी कम से कम हो तो देशवासियों के लिए ज्यादा फायदामंद रहेगा।
गर्मी से प्रभावित राज्यों की सूची नीचे दिया गया है।
उत्तर भारत, यहाँ पर गर्मी अपना कर दिखा रहा है, बता दे कि इस जगह पर अधिकतम तापमान 45°C (113°F) से अधिक होता हुआ नजर आ रहा है वैसे उत्तर भारत में वह कौन-कौन से राज्य आते हैं जिन पर गर्मी अपना कर दिखा रहा है जिसका सूची नीचे दिया गया है:-
- राजस्थान:- यह ऐसा राज्य है, जहां पर गर्मी का असर सबसे ज्यादा देखा जाए रहा है राजस्थान के कई सारे जिले हैं जहां पर गर्मी अपना कहर ढा रही है जैसे की:- जयपुर, बीकानेर, चित्तौड़गढ़, जोधपुर, कोटा तथा बाड़मेर शामिल है। इन सभी तमाम जगहों पर गर्मी से लोग काफी ज्यादा ग्रसित होते हुए नजर आ रहे हैं हालांकि इसके अलावा राजस्थान के कई सारे अलग-अलग जिले एवं इलाका है जहां पर गर्मी नियंत्रण से बाहर होता हुआ दिख रहा है।
- दिल्ली हुआ परेशान: राजस्थान के बाद दिल्ली ही एक ऐसा शहर है जहां पर गर्मी का तापमान बहुत ज्यादा है, ऐसा कहा जा सकता है कि दिल्ली में अधिकतम तापमान अभी 46 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो चुका है, जिसकी वजह से वहां पर रह रहे मजदूर पलायन करने के लिए भी तैयार हैं, दिल्ली में भी पानी का कमी एवं बिजली का कटौती शुरू कर दिया गया है जिसकी वजह से लोग काफी ज्यादा परेशान हैं।
- हरियाणा में गर्मी का कहर: राजस्थान के बगल वाला राज्य हरियाणा, अब यह भी गर्मी के चपेटमें हुआ नजर आ रहा है, हरियाणा के कई सारे ऐसे जिले हैं जो की गर्मी की वजह से प्रभावित हो गए हैं और यहां पर भी पानी का कमी एवं बिजली का कटौती जारी कर दिया गया है, कुछ ऐसी जगह व जिले हैं जहां पर गर्मी अपना कर दिखा रहा है जैसे की:- नारनौल, अंबाला तथा हिसार इत्यादि जगह है शामिल है जहां पर गर्मी अपना कर दिखा रहा है।
- पंजाब में हुआ गर्मी का कहर: जैसा कि आप सब जानते हैं कि पंजाब में ज्यादातर किसान बंधु रहते हैं और वहां पर खेती खूब जमकर की जाती है, अब वहां पर भी खेती कार्पण मुश्किल होता जा रहा है क्योंकि पानी क्या कमीअब पंजाब में भी शुरू हो गया है पंजाब के कुछ जिले व जगह पानी के लिए तरस रहा है जैसे की:- जालंधर, लुधियाना तथा अमृतसर इत्यादि जैसे जगह है जो की पानी के लिएतरस रहे हैं।
- उत्तर प्रदेश में दिखी गर्मी का लहर: आप सभी को बता दे कि उत्तर प्रदेश भी कमी की वजह से काफी ज्यादा ग्रसित है वहां पर भी अब बिजली का कटौती एवं कुछ जगहों पर पानी का भी कमी होता हुआ नजर आ रहा है जैसे की:- आगरा, कानपुर, लखनऊ तथा इलाहाबाद जैसे क्षेत्र पानी के बिना तड़प रहे हैं एवं यहां पर गर्मी भी अपना आपा खो रही है।
- मध्य प्रदेश हुआ गर्मी से परेशान: मध्य प्रदेश में गर्मी का नाम नहीं ले रही है हालांकि यहां का सरकार गर्मी से निपटने का भी संपूर्ण तैयारी भी कर रहा है, गर्मी की वजह से बुरा हाल को देखते हुए कई जगहों पर पेयजल की सुविधा भीलगाई गई है मध्य प्रदेश के कुछ ऐसे जिले व जगह है जहां पर पानी का कमी बहुत ज्यादा हो गया हैतथा यहां पर गर्मी भी बढ़ गया है जैसे की:- इंदौर, झांसी, भोपाल तथा ग्वालियर जैसे इलाके गर्मी की वजह से परेशान है।
पश्चिम भारत, यहां के भी लोग गर्मी की वजह से बेहद परेशान हो गए हैं, बदलते मौसम को देखते हुए कई सारे लोगों के तबीयत खराब हो रही है खासकर इस गर्मी की वजह से छोटे-छोटे बच्चों का तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गया है, तो आईए जानते हैं वह कौन से राज्य हैं जहां पर गर्मी अपना कर दिखा रहा है:-
- गुजरात में दिखा गर्मी का कहर: गुजरात में भी गर्मी जाता है बढ़ता जा रहा है जिसकी वजह से अब लोग मटके वाले पानी को पीना काफी ज्यादा पसंद कर रहे हैं गुजरात के कुछ ऐसे जिले हैं जो की गर्मी की वजह से परेशान हो गए हैं जैसे की:- अहमदाबाद, राजकोट, सूरत तथा वडोदरा इत्यादि शहर गर्मी की वजह से त्राहिमाम कर रहे हैं।
- महाराष्ट्र हुआ गर्मी से परेशान: महाराष्ट्र में भी गर्मी का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है, महाराष्ट्र के कुछ ऐसे जिले तथा जगह है जहां परगर्मी अपना कर दिखा रहा है और यहां पर भी लोग मटके का पानी को पीना ज्यादा पसंद कर रहे हैं जैसे की:- अकोला, औरंगाबाद, नागपुर तथा वर्धा इत्यादि शहर में गर्मी अपना असर दिख रहा है।
पूर्व भारत, इस जगह पर भी गर्मी से कई सारे राज्य ग्रसित होते हुए नजर आ रहे हैं, यहां पर भी बिजली का कटौती, पानी की कटौती जैसे समस्याएं उत्पन्न होती हुई नजर आ रही हैं खासकर गर्मी का असर नीचे दिए गए इन तीन राज्यों पर बहुत ज्यादा देखने को मिल रहा है, हालाँकि गर्मी की वजह से कई सारे क्षेत्र आती प्रभावित नजर आ रहे हैं, जो कि कुछ इस प्रकार है:-
- उड़ीसा झेल रहा है गर्मी:- उड़ीसा में रह रहे लोग भी आप पलायन करने के लिए तैयार हैं, क्योंकि अब उड़ीसा में गर्मी असहनीय हो गया है, उड़ीसा के गर्मी को देखकर ऐसा लग रहा है कि यह गर्मी पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष काफी ज्यादा है। उड़ीसा के कुछ जिले झेल रहे हैं गर्मी जैसे की:- भुवनेश्वर, पुरी, बलांगीर तथा कोटक इतिहास शामिल है।
- छत्तीसगढ़ में गर्मी का कहर:- गर्मी के वजह से अब छत्तीसगढ़ में रह रहे निवासी भी परेशान हो गए हैं, यहां के कई जिलों में गर्मी की वजह से ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया जा चुका है जैसे की:- रायपुर, ड्रग, बिलासपुर, राजनंदगांव इत्यादि शामिल है।
- पश्चिम बंगाल में दिखा गर्मी का असर:- जानकारी के लिए बता दे कि पश्चिम बंगाल भी अब गर्मी के चपेट में पूरी तरह से आ गया है अब यहां पर भी गर्मी अपना कर दिखाना चालू कर दिया है और इस राज्य में भी बिजली का कटौती एवं पानी का कटौती प्रारंभ कहर दिया गया है इस राज्य के कुछ ऐसे जिले हैं जहां पर गर्मी अपना कर कुछ ज्यादा ही दिख रही है वैसे तो गर्मी चारों तरफ अभी अपना कर दिखाई रही है जैसे की:- बांकुरा, परवलिया, आसनसोल, कोलकाता इत्यादि शामिल है।
कल का मौसम दक्षिण भारत, यहां पर भी गर्मी कहर बरसाना चालू हो गया है, दक्षिण भारत के कुछ राज्य गर्मी की वजह से संपूर्ण रूप से ग्रसित दिख रहे हैं जिनका सूची नीचे दिया गया है:-
- गर्मी से है परेशान तेलंगाना: तेलंगाना के लोग अब गर्मी से काफी ज्यादा परेशान हो गए हैं क्योंकि यहां पर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है, जिसकी वजह से लोग अब पलायन करने के लिए भी तैयार हैं। तेलंगाना के कुछ जिले गर्मी से संपूर्ण रूप से ग्रसित हो गए हैं जैसे की:- हैदराबाद, वारंगल, खम्मम, करीमनगर इत्यादि जगह है शामिल है।
- उत्तर प्रदेश में गर्मी का कहर: आंध्र प्रदेश भी आप गर्मी की वजह से काफी परेशान दिख रहा है क्योंकि यहां पर भी तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है जो कि लोगों के लिए सा पाना थोड़ा मुश्किल हो रहा है क्योंकि यहां पर भी पानी का कटौती एवं बिजली का समय पर नहीं आना, सबसे बड़ा समस्या को खड़ा कर रहा है, आंध्र प्रदेश के कुछ जिले जो की गर्मी से बुरी तरह परेशान हो गए हैं जैसे की:- विजयवाड़ा, तिरुपति, करनाल तथा गुंटुर इत्यादि शामिल है।
- कर्नाटक है गर्मी से परेशान: कर्नाटक, जहां पर सबसे ज्यादा मात्रा में मजदूर काम करने के लिए जाते हैं अब वहां पर मजदूर भी गर्मी की वजह से पलायन करने के लिए तैयार हैं क्योंकि वहां पर भी आप अपनी व बिजली का कमी आम बात हो गया है कर्नाटक के कुछ जिले जैसे की:-बेंगलुरु, हुबली, मैसूर, बेलगावी इत्यादि जगह है गर्मी से बहुत ज्यादा ग्रसित हो गई है।
भिषण गर्मी से कैसे बचने के उपाय
गर्मी अपने चरम पड़ाव पर है जिस वजह से कुछ इलाकों में भीषण गर्मी पड़ रही है जिसकी वजह से वहां के लोग त्राहिमाम कर रहे हैं क्योंकि वहां पर पानी का कटौती एवं बिजली का कटौती आम बात है तो इस केस में खुद को गर्मी से कैसे बचाएं इसका चरण दर चरण उपाय नीचे दिया गया है, जो कि कुछ इस प्रकार है:-
- ज्यादा से ज्यादा पानी पिए: सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एक आम इंसान को पूरे दिन भर में काम से कम 5 लीटर पानी तो पीना ही चाहिए भले ही प्यास ना लगे लेकिन आपको अपनी नियमित रूप से पीते रहना है।
- नींबू पानी का गोल: ठंडा पानी में आप नींबू, चीनी का घोल बनाकर पी सकते हैं या फिर आप ओआरएस का गोल भी पी सकते हैं, लेकिन इन सबसे बढ़िया उपाय है कि आप छाछ का सेवन करना शुरू कर दें।
- इन फलों का करें सेवन: आप गर्मी से खुद को बचाने हेतुतरल पदार्थ का सेवन बढ़ाने के लिए खरबूजा, खीर, गन्ने का रस तथा मुसम्मी के फल एवं जूस पी सकते हैं, जिसकी वजह से आपके शरीर में पानी का कमी नहीं होगा।
- ढीले-ढले कपड़े पहने: आप हमेशा यह कोशिश करें कि हल्के रंग के ढीले ढाले कपड़े को पहने जिसकी वजह से सूर्य की रोशनी को प्रतिबिंबित करने में आसानी होगी एवं आपका शरीर ठंडा भी रहेगा, कपड़े आप सूती या लायन जैसे प्राकृतिक पदार्थ का ही पहने तो आपके लिए ज्यादा अच्छा होगा।
- धूप से बचें: जितना ज्यादा हो सके उतना ही काम आप धूप में ना निकले खासकर दोपहर के 12:00 बजे से लेकर 3:00 बजे तक का समय आपके लिए हानिकारक हो सकता है, यदि आपको बाहर जाना ही है तो आप टोपी, छता या फिर सनस्क्रीन का उपयोग करें।
- ठंडी जगह पर रहे: जब भी आप बाहर जाएं तो छायादार जगह का चयन करें क्योंकि आपको गर्मी से खुद को बचाना भी है, यह जरूर ध्यान रखें कि आप जहां पर खड़े हैं उसके आसपास में पेड़ होना चाहिए।
- ठंडा खाना एवं ठंडी पेय पदार्थ का सेवन करें: आप नियमित रूप से दही, छाछ, लस्सी, नींबू पानी, गन्ने का रस इत्यादि ठंडे पदार्थ का सेवन कर सकते हैं साथ ही आप मौसमी का फल एवं हरी सब्जियों का सेवन करें तो आपके शरीर के लिए ज्यादा फायदेमंद रहेगा।
- नियमित रूप से नहाए: आप हमेशा यह प्रयास करें कि ठंडा पानी से नहाना एवं शरीर को हमेशा ठंडी जगह पर रखना या आपके लिए बहुत जरूरी है, आप दिन में कई बार गले तो लिए से अपने शरीर को पूछ भी सकते हैं इससे आपका तबीयत खराब भी नहीं होगा एवं आपको गर्मी का अनुभूति भी नहीं होगा।
- एयर कंडीशन का करें उपयोग:- यदि आपके पास एयर कंडीशनिंग है तो आप इसका उपयोग घर को ठंडा रखने के लिए कर सकते हैं साथ ही आप पंखे का भी उपयोग करें ताकि आपका घर ठंडा रहे और आपका तबीयत इस बदलते मौसम की वजह से खराब ना हो।
Weather Updates For Today – ये राज्य गर्मी से नहीं हुए परभवित
नीचे दिए गए इन राज्यों में अभी तक गर्मी का असर बहुत कम देखा गया है इन राज्यों में मौसम ठंड व अनुकूल रहता है यहां पर अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे ही रहता है इस जगह पर घूमने काफी सही है क्योंकि इस चिल्लाती धूप व गर्मी की वजह से, छोटे-छोटे बच्चे व बूढ़े लोगों का तबीयत खराब हो जा रहा है, जिसकी वजह से यहां पर बहुत सारे लोग पलायन भी कर रहे हैं, क्योंकि यह जगह बहुत ज्यादा ठंडी है। वही इन जगहों का नाम कुछ इस प्रकार है:-
- सिक्किम:- यह ऐसा राज्य है जहां पर ठंडी बहुत ज्यादा रहता है यहां पर कभी गर्मी पड़ता ही नहीं, सिक्किम के कुछ इलाके जैसे कि गंगोट, नामची इत्यादि ऐसे कर हैं जहां पर गर्मी बिल्कुल भी नहीं पड़ती है यहां पर तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे ही रहता है।
- अरुणाचल प्रदेश:- यह जगह भी गर्मी के दिनों में घूमने के लिए व्यापक व अनुकूल माना जाता है क्योंकि इस जगह पर भी गर्मी का कोई असर ही नहीं है इनमें कुछ प्रमुख जगह हैं जैसे की:-ईटानगर, बोगदिया, तवांग इत्यादि शामिल है।
- मेघालय: मेघालय सुंदर-सुंदर घणी घणी जंगल हो एवं पहाड़ियों से घिरी हुई प्राकृतिक का एक अनोखा सौंदर्य है जहां पर गर्मी के दिनों में समय व्यतीत करना किसी सपने से काम नहीं है, यहां के कुछ प्रमुख जगह जहां पर आप अपना समय व्यतीत कर सकते हैं जैसे की:- शिलांग, तुरा, जोव।
- मणिपुर:- मणिपुर बहुत ही प्यार वह गर्मी के दिनों में रहने वाला अनुकूल जगह है जहां के अलग कपड़े के पहनावे तथा अलग भाषा की वजह से मणिपुर सुर्खियों में रहता है यहां पर घूमना फिरना गर्मियों के दिनों में काफी सही रहता है, इसके कुछ प्रमुख जगह:-इंफाल, मोरेम, सेंगकुल इटीडी शामिल है।
- मिजोरम: यहां पर भी गर्मी का कोई भी असर देखने को नहीं मिला है, वही यहां पर भी गर्मी से परेशान जनता घूमने के लिए जा सकती है यहां के कुछ प्रमुख जगह है जैसे की:- आइजोल, लुंग्लेई, कोलासिब
- त्रिपुरा: त्रिपुरा में घूमने के लिए अलग-अलग जगह है मौजूद हैं साथ ही यहां पर झील, हरियाली इत्यादि मौजूद रहती हैं यहां के घूमने के लिए कुछ प्रमुख जगह है जैसे की:-अगरतला, खोवाई, सब्रूम इत्यादि शामिल है।
- असम: असम घूमने के लिए बेहद अनुकूल जगह है क्योंकि यहां पर गर्मी का असर है ही नहीं यहां पर ठंडा तापमान होने की वजह से सेव की खेती, अखरोट की खेती इत्यादि फलों की खेती की जाती है यह जगह घूमने के लिए ही बनाया गया है क्योंकि गर्मी की वजह से रह पाना थोड़ा मुश्किल होता जा रहा है, असम में रहने के लिए कुछ प्रमुख जगह है जैसे की:- गुवाहाटी, जोरहाट तथा सिलचर जैसे प्रमुख जगह है शामिल हैं।
- नागालैंड: वैसे तो ऊपर दिए गए यह सभी जगह हैं घूमने के लिए बहुत सही है लेकिन नागालैंड इनमें से एक है क्योंकि नागालैंड में घूमने सबसे ज्यादा पर्यटक आकर्षित होते हैं नागालैंड में घूमने के लिए कुछ प्रमुख जगह है जैसे की:- मोन, कोहिमा, दीमापुर इत्यादि शामिल है।
Weather Updates for Next 10 Days (अगले 10 दिनों का मौसम)
अगले 10 दिनों का मौसम का क्या हाल रहने वाला है इसके बारे में विस्तृत जानकारी तारीख के अनुसार नीचे प्रदान की गई है, 10 दिनों का मौसम जो कि कुछ इस प्रकार है:-
9 जून 2024 (रविवार) | |
तापमान | उच्च 38°C (100°F), न्यूनतम 26°C (79°F) |
आकाश | आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे |
बारिश | बारिश की संभावना कम है |
हवा | हल्की हवा, 6-14 किमी/घंटा दक्षिण-पश्चिम दिशा से |
आर्द्रता | 46% |
10 जून 2024 (सोमवार) | |
तापमान | उच्च 37°C (99°F), न्यूनतम 25°C (77°F) |
आकाश | आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे |
बारिश | बारिश की संभावना कम है |
हवा | हल्की हवा, 5-13 किमी/घंटा दक्षिण-पश्चिम दिशा से |
आर्द्रता | 44% |
11 जून 2024 (मंगलवार) | |
तापमान | उच्च 38°C (100°F), न्यूनतम 26°C (79°F) |
आकाश | आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे |
बारिश | बारिश की संभावना कम है |
हवा | हल्की हवा, 6-14 किमी/घंटा दक्षिण-पश्चिम दिशा से |
आर्द्रता | 42% |
12 जून 2024 (बुधवार) | |
तापमान | उच्च 39°C (102°F), न्यूनतम 27°C (81°F) |
आकाश | आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे |
बारिश | बारिश की संभावना कम है |
हवा | हल्की हवा, 7-15 किमी/घंटा दक्षिण-पश्चिम दिशा से |
आर्द्रता | 40% |
13 जून 2024 (गुरुवार) | |
तापमान | उच्च 39°C (102°F), न्यूनतम 27°C (81°F) |
आकाश | आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे |
बारिश | बारिश की संभावना कम है |
हवा | हल्की हवा, 7-15 किमी/घंटा दक्षिण-पश्चिम दिशा से |
आर्द्रता | 38% |
14 जून 2024 (शुक्रवार) | |
तापमान | उच्च 40°C (104°F), न्यूनतम 28°C (82°F) |
आकाश | साफ |
बारिश | बारिश की संभावना कम है |
हवा | हल्की हवा, 8-16 किमी/घंटा दक्षिण-पश्चिम दिशा से |
आर्द्रता | 36% |
15 जून 2024 (शनिवार) | |
तापमान | उच्च 40°C (104°F), न्यूनतम 28°C (82°F) |
आकाश | साफ |
बारिश | बारिश की संभावना कम है |
हवा | हल्की हवा, 8-16 किमी/घंटा दक्षिण-पश्चिम दिशा से |
आर्द्रता | 34% |
16 जून 2024 (रविवार) | |
तापमान | उच्च 40°C (104°F), न्यूनतम 28°C (82°F) |
आकाश | साफ |
इन राज्यों में होगी अगले 15 दिनों में बम्पर बरिस (अगले 15 | दिन का मौसम)
अगले 15 दिनों में कुछ चुनिंदा जगहों पर डंपर बारिश का संभावना बन रहा है नीचे दिए गए सूची में आप देख पाएंगे कि अगले 15 दिनों में हल्की बारिश से लेकर और डंपर बारिश तक का संभावना कौन-कौन से राज्य में बना रहे हैं जिसका सूची नीचे विस्तार पूर्वक दिया गया है, जो कि कुछ इस प्रकार है:-
पूर्वोत्तर भारत में बारिस का संभावना:
- अरुणाचल प्रदेश: अरुणाचल प्रदेश में अगले 15 दिनों के अंदर भारी बारिश का संभावना बन रहा है खासकर पश्चिमी और दक्षिणी जिले में बादल गरज के साथ में बारिश आने का संभावना बन रहा है।
- असम: असम में भी गर्मी का कोई खास असर देखने को नहीं मिला है जिसकी वजह से वहां पर भी अगले 15 दिनों के अंदर में भारी बारिश का संभावना बन रहा है खासकर मध्य और निचले असम में।
- मेघालय: मेघालय में ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि आगामी 15 दिनों के अंदर में हल्की मध्यम बारिश होने का संभावना है।
- मणिपुर: मणिपुर में भी अगले 15 दिनों के अंदर में हल्की से मध्यम बारिश होने का क्यास लगाया जा रहा है क्योंकि यहां पर गर्मी का कुछ ज्यादा असर दिखाई नहीं दे रहा है।
- मिजोरम: मिजोरम में भी कोई खास गर्मी का असर नहीं दिखाई दे रहा है जिसकी वजह से मिजोरम में भी अगले 15 दिनों के अंदर में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
- सिक्किम: सिक्किम पर्यटकों के लिए एक खास जगह है जहां पर बारिश होना आम बात है यहां पर गर्मी का कोई भी असर सालों साल तक नहीं होता है, मीडिया रिपोर्ट्स तथा अनुमानित माने तो यहां पर भी अगले 15 दिनों के अंदर में मध्यम बारिश होने का संभावना है।
- त्रिपुरा: त्रिपुरा में भी अगले 15 दिनों के अंदर में भारी बरिस होने का संभावना दिख रहा है।
पश्चिमी घाट में बारिस का संभावना:
- गोवा: गोवा में अगले 15 दिनों के अंदर में भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है।
- कर्नाटक: संपूर्ण हनुमान लगाया जा रहा है कि कर्नाटक में भी अगले 15 दिनों के अंदर में तटीय और पश्चिमी घाट क्षेत्र में भारी-बड़ी होने का संभावना है, हालांकि कर्नाटक के अंदर गर्मी कभी अपना असर दिखना शुरू ही किया है।
- केरल: केरल में भारी बारिश होने का संभावना है साथ में बदल गर्जन भी रहेगा, तो जो भी आपको कच्चा मटेरियल खरीदना है, वह आप आज या कल में ही खरीद ले।
- महाराष्ट्र: ऐसा पूर्ण हनुमान लगाया जा रहा है कि महाराष्ट्र में भी अगले 15 दिनों के अंदर बंपर बारिश होने का संभावना है बता दे कि यह बारिश तटीय और पश्चिमी घाट पर होने वाला है।
इन राज्यों में है भारी बारिस की संभावना
- उत्तराखंड: उत्तराखंड में अगले 15 से 20 दिनों के अंदर में हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है, वैज्ञानिकों का मन तो यह बारिश हल्की गर्जन के साथ में आ सकती है।
- पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल में भी आगामी 15 से 20 दिनों के अंदर में हल्की व मध्यम भारी होने की संभावना जागी जा रही है।
- छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ में भी अगले 15 से 20 दिनों के अंदर में भारी बारिश होने का संभावना जताई जा रही है हालांकि यहां पर गर्मी अपना कहर बरसाना शुरू कर दिया है।
- उड़ीसा: उड़ीसा में भी अगले 15 दिनों के अंदर में हल्की से मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान जताया जा रहा है जबकि यहां पर गर्मी अपना प्रकोप दिखाना प्रारंभ कर दिया है।
लू लगने का संभवना है इन राज्यों को
नीचे दिए गए इन राज्यों में हीट स्ट्रोक यानी लू चलने का संभावना जताई जा रही है इन राज्यों का सूची नीचे दिया गया है साथ ही, इन राज्यों के विवरणता था कौन सी दिशा से लू चलने का ज्यादातर संभावना रहेगी इन सब के बारे में विस्तृत विवरण नीचे दिया गया है जो कि कुछ इस प्रकार है:-
उत्तर भारत में लू चलने की संभावना:
- राजस्थान: जैसा कि आप सभी को पता है की सबसे तेज गर्मी राजस्थान के इलाके में ही लगता है इसलिए यहां पर लू चलने का संभावना सबसे अधिक है खासकर पश्चिमी और उत्तरी भाग में लू चलने का संभावना ज्यादा जताई जा रही है।
- हरियाणा: हरियाणा के दक्षिणी एवं पश्चिमी जिलों में भी लू चलने का संभावना जताई जा रही है।
- पंजाब: ऐसा पूर्वानुमान लगाया जा रहा है कि पंजाब के कुछ हिस्सों में लू चलने का भारी संभावना है ज्यादातर दक्षिणी एवं पश्चिमी भाग में लू चलेगी।
- उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिलों में लू चलने का पूर्वानुमान जताई जा रही है। हालांकि यहां पर गर्मी का प्रकोप प्रारंभ हो चुका है इसलिए यहां पर लू भी चलेगा।
पश्चिम भारत में लू चलने की संभावना:
- गुजरात: गुजरात में ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि सौराष्ट्र और कच्छ के क्षेत्र मेंचलने का संभावना है इसीलिए अभी गर्मी के मौसम में आप कृपया कर कुछ घूमने ना जाए।
- महाराष्ट्र: ऐसा पूर्वानुमान है कि महाराष्ट्र के विधायक और मराठवाड़ा क्षेत्र में लू चलने का भारी संभावना है।
पूर्व भारत में लू चलने की संभावना:
- उड़ीसा: उड़ीसा में भी गर्मी अपना कहर दिखा रहा है, जिसको जैसे उड़ीसा के कुछ हिस्सों में लू चलने का संभावना जताया जा रहा है खासकर पश्चिमी और मध्य भाग में।
- छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के पश्चिमी और उत्तरी भाग में ऐसा पूर्वानुमान लगाया जा रहा है की लू चलेगा जिसकी वजह से, लोगों का तबीयत खराब भी हो सकता है वैसे लू से खुद को कैसे बचाना है इसके बारे में हमने नीचे विस्तृत विवरण बता रखा है।
लू लगने से खुद को कैसे बचाए
गर्मी के दिनों में लू लगना एक आम समस्या है, जिससे निपटना कोई बड़ी बात बिल्कुल भी नहीं है तो आईए जानते हैं कि गर्मी में लू लगने से खुद को कैसे बचा सकते हैं पचाने के कुछ चरण नीचे प्रदान किए गए हैं जिनका सहायता लेकर आप खुद को गर्मी एवं लू से बचा सकते हैं:-
- पानी का सेवन: आम जनता को यह खास हिदायत दी जा रही है कि, पूरे दिन में 5 से 6 लीटर पानी रोजाना पिया करें साथ ही ORS का गोल भी पिए ताकि आपके शरीर में पानी का कमी महसूस ना हो।
- ग्लूकोज का करें सेवन: आप दिन में दो बार कम से कम ग्लूकोस, ठंडा पानी, छाछ, ORS का घोल इत्यादि का सेवन दिन में काम से कम 1 से 2 बार करते रहें ताकि आपको लू बिल्कुल भी ना लगे।
- हल्के रंग के ढीले ढाले पहने: आप हल्के रंग के कपड़े को पहन सकते हैं गर्मी के अंदर ताकि आपको गर्मी का अनुभूति ना हो साथ ही कपड़ा कपास या सन जैसे प्राकृतिक पदार्थ का बना हुआ होना चाहिए।
- सीधे तौर पर धूप से बचें: आप जब भी घर से बाहर निकले तो यह हमेशा कोशिश करें कि आप अपने साथ टोपी, छाता या फिर सनस्क्रीन का उपयोग करें ताकि आपको कम से कम धूप लगे और आप लू जैसी समस्या से खुद को बचा पाए।
- ठंडी खाने का सेवन करें: आप हमेशा यह कोशिश करें कि आपको ठंडी पेय पदार्थ तथा दही, फल, सब्जियां के इत्यादि का सेवन करते आना है।
- ठंडी तोलिया का करें उपयोग: आप हमेशा यह कोशिश करें कि ठंडे पानी से नहाए एवंदिन में दो से तीन बार गले तो लिए सपने से अपने शरीर को पूछ ले ताकि आपको गर्मी का अनुभूति बिल्कुल भी ना हो।
- बच्चों को बुजुर्ग के लिए खास निर्देश: बच्चे व बुजुर्गदोपहर के 12:00 बजे से लेकर 3:00 बजे के बीच में घर से बाहर बिल्कुल भी ना निकले, नहीं तो आपको गर्मी की वजह से हीट स्ट्रोक यानी लू लग सकता है।
- लू के lलक्षण: लू के लक्षण कई तरह के दिखाई दे सकते हैं जैसे की धूप से आने के बाद चक्कर का आना, सर दर्द, बहुत ज्यादा थकान महसूस करना, यदि एसा है तो तुरंत ठंडा स्थान पर बैठ जाएं तथा ठंडा पानी पिए एवं चिकित्सा सहायता जरूर लें।
अगले 30 दिनों मे मौसम का क्या हाल होगा
भारत देश के अंदर अगले 30 दिनों में मौसम का क्या हाल होने वाला है इसके बारे में विस्तृत रूप से नीचे चर्चाएं की गई है जिसके अंतर्गत आपको तापमान के बारे में, बारिश के बारे में तथा भारी चक्रवात के बारे में विस्तृत रूप से चर्चाएं देखने को मिल जाएगी, जो कि कुछ इस प्रकार है:-
तापमान:
- भारत के अधिकांश भाग में तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक रहने का संभावना जताई जा रही है।
- भारत के उत्तर एवं पश्चिमी इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा सकता है।
- पूर्वोत्तर भारत में तापमान कम रहने की संभावना है बता दे कि यह तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा इसका मतलब यह है कि उसे इलाके में गर्मी का प्रकोप बहुत कम देखने को मिलेगा।
बारिश:
- मानसून की शुरुआत आगामी 12 जून के आसपास होने वाली है।
- बता दे कि भारत के इन इलाकों में भारी बारिश होने का संभावना जताई जा रही है जैसे की:-उत्तर पूर्वी भारत, पूर्वी भारत में मध्य भाग तथा पश्चिमी घाट।
- हालांकि उत्तर एवं पश्चिमी भारत में बारिश होने का संभावना कम जताई जा रही है।
चक्रवात:
- आपको जानकर बहुत हैरानी होगा कि अगले 30 दिनों के अंदर में बंगाल की खाड़ी में दो से तीन चक्रवात बनने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है, चक्रवात बहुत भयंकर हो सकता है।
- वही जब यह चक्रवात उठेगा तब तटीय क्षेत्र में भारी-बड़ी इस एवं तूफानी जैसी हवाएं भी चल सकती हैं।
इस राज्यों को है चक्रवात से खतरा
जैसा कि आपको हमने पहले ही बता दिया कि अगले 30 दिनों के अंदर बंगाल के कड़ी में भारी चक्रवात उठने का संभावना जताया जा रहा है जिसको उठने से तेज हवाएं एवं बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है, बता दे कि इन राज्यों में चक्रवात का सबसे ज्यादा खतरा हो सकता है जिसका तालिका नीचे दिया गया है:-
पूर्वी भारत | पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, और केरल |
उत्तर-पूर्वी भारत | त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम, और असम |
हालांकि यह आपको जरूर ध्यान रखना चाहिए कि यह सब बस एक अनुमानित करना है वास्तविक चक्रवात का मार्ग इससे अलग भी हो सकता है हालांकि अगर आप मौसम समाचार को लेकर न्यूनतम जानकारी को समय-समय पर प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको आईएमडी यानी भारत मौसम विज्ञान विभाग के आधिकारिक वेबसाइट पर हमेशा विजिट करते रहना चाहिए, जिससे आपको मौसम संबंधी न्यूनतम जानकारी प्राप्त हो सके।
चक्रवात कैसा होता है?
चक्रवात, जिसे तूफान या हुरिकेन भी कहा जाता है, यह एक विशाल घूमता हुआ तूफान होता है जो गर्म समुद्री जल से ऊर्जा प्राप्त करता है। यह निम्न वायु दाब वाले क्षेत्र के आसपास तेज हवाओं के साथ घूमता है।
चक्रवात के मुख्य भाग क्या है?
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- चक्रवाती आँख: चक्रवर्ती आंख, चक्रवात का मुख्य भाग होता हैजिसे हम केंद्र भी कहते हैं जहां हवा शांत होती है और नील गगन साफ होता है।
- आईवॉल: वहीं आंख के चारों तरफ उसे जगह होता है जहां पर तेज हवाएं एवं भारी बारिश मंडराती रहती हैं।
- स्पाइरल बैंड: यह चक्रवात के आंख से बाहर की ओर जाने वाली बादलों के बंद होते हैं जो हवाओं के साथ गोल-गोल घूमते रहते हैं।
आशा करते हैं आपको चक्रवात के मुख्य भाग के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी प्राप्त हो गई होगी।
चक्रवात कैसे बनते हैं?
- गरम समुद्री जल: जब समुद्र के जल का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है तो उसे कैसे में समुद्र के पानी वाष्प बनकर हवा में नमी पैदा कर देता है।
- काम वायु दाब: और जैसा कि हम सब जानते ही हैं किकिसी क्षेत्र में वायु का दबाव कम होता है तो उसे कैसे में गम और नाम हवाएं ऊपर ही उठती हैं।
- पृथ्वी का घूमने: जब पृथ्वी घूमती है तो उसके वजह से हवाएं भी घूमने लगते हैं और जब हवाएं घूमते हैं तो चक्रवात बन जाता है।
चक्रवात का प्रभाव:
- तेज रफ्तार में चलती हैं हवाएं: आपको जानकर बेहद हैरानी होगा कि जब चक्रवात उठना है तो हवाओं का न्यूनतम गति 2000 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से होता है हालांकि यह गति उससे अधिक भी हो सकता है जो कीहम इंसानों के लिए बेहद नुकसानदायक साबित होता है।
- भारी बारिश का कहर: जब चक्रवात चलता है तो अपने साथ तेज आंधी के साथ-साथ भारी बारिश एवं बाढ़ तथा भूस्खलन भी लेकर आता है, जिसे इंसानों को काफी ज्यादा नुकसान भी पहुंचता है।
- तूफानी लहरें: जब चक्रवर्ती तूफान उठाता है तो उस नदी में लहर भी उठ जाती हैं जो तटीय क्षेत्र में भारी क्षति पहुंचा सकती हैं, जिसकी वजह से नदी के किनारे रह रहे हैं लोगों के घर में बाढ़ आने का भी संभावना बढ़ जाता है।
- तूफान का बढ़ना: चक्रवात तब मजबूत होता है जब वह गर्म समुद्री जल के ऊपर से गुजरता है जिसके बाद वह अत्यंत शक्तिशाली होने के बाद नुकसान पर नुकसान किया जाता है।
चक्रवात से बचाव:
- चक्रवात से बचाव हेतु सरकारी अधिकारियों द्वारा जारी निर्देश का पालन ईमानदारी पूर्वक अवश्य करें।
- यदि कोई आवश्यक कार्य हो तभी अपने घर से निकले, एवं घर से बाहर निकलते ही यह प्रयास करें कि आप किसी सुरक्षित स्थान पर अवश्य पहुंच जाए।
- बारिश के समय में अपने घर को मजबूत करें एवं तूफान से होने वाले नुकसान का भरपाया समय-समय पर करते रहे ताकि आपका घर मजबूत रहे।
- पर्याप्त भोजन पानी एवं फल तथा हरी हरी सब्जियों का सेवन करें जिससे आपके शरीर में तंदुरुस्ती बनी रहेगी।
- बिजली उपकरणों से हमेशा दूरी बनाकर रखें।
- जब चक्रवात खत्म हो जाएगा उसके बाद क्षतिग्रस्त इमारत एवं बिजली के खाबो से दूरी बनाकर रखें।
आपातकालीन स्थिति में इन नंबरों पर संपर्क करे।
आपातकालीन स्थिति में, जब आपको कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि अब आपको क्या करना चाहिए आप उसे समय राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन पदाधिकरण 181, स्थानीय पुलिस 100 तथा एम्बुलेंस 108 को सीधा कॉल करके अपने समस्या के बारे में बता सकते हैं।
बिजली गिरने की संभावना है इस राज्यों पर
बदलते मौसम को मध्य नजर रखते हुए नीचे दिए गए इन सूचियां में कुछ ऐसे राज्य हैं जहां पर बिजली गिरने की संभावना सबसे ज्यादा है हालांकि यह गणना अनुमानित हैअगर आपको सटीक गणना चाहिए तो आपको आईएमडी के आधिकारिक पोर्टल पर विज़िट करना चाहिए
उत्तर भारत में है बिजली गिरने की संभावना:
- राजस्थान: राजस्थान में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने की वजह से बिजली गिरने का भी संभावना सबसे ज्यादा है खासकर पश्चिमी और उत्तरी भाग में बिजली गिरने का संभावना ज्यादा नजर आ रही है।
- हरियाणा: हरियाणा के दक्षिणी एवं पश्चिमी जिलों में भी बिजली गिरने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है।
- पंजाब: पंजाब के दक्षिणी एवं पश्चिमी भाग के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है यहां पर भी बिजली गिर सकती है।
- उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिलों में बिजली गिरने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है हालांकि उत्तर प्रदेश में भी गर्मी का असर दिखाना चालू हो गया है।
- मध्य प्रदेश: जानकारी के लिए बता दे की मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड तथा चंबल के क्षेत्र में बिजली गिरने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है क्योंकि इस क्षेत्र में भी गर्मी अपना असर दिखा रही है।
पूर्वोत्तर भारत में बिजली गिरने की संभावना:
- असम: असम के दक्षिणी एवं पूर्वी भाग में बिजली गिरने की पूर्वानुमान जताई जा रही है हालांकियह पूरा क्षेत्र को कवर नहीं करता है।
- मेघालय: मेघालय में पूरा तो नहीं लेकिन मेघालय के कुछ हिस्सों में बिजली गिरने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है।
बिजली गिरने से खुद को कैसे बचाए
बिजली गिरने से खुद को बचाने हेतु इच्छुक उम्मीदवार सबसे पहले आईएमडी के आधिकारिक वेबसाइट को एक बार अवश्य कंगाल उसके बाद ही कहीं जाने का प्लान बनाएं हालांकि नीचे दिए गए कुछ चरणों का पालन करके आप बिजली गिरने से खुद को बचा सकते हैं जो कि कुछ इस प्रकार है:-
तूफान से पहले:
- उम्मीदवार मौसम के पूर्वानुमान पर ध्यान दें तथा आईएमडी के आधिकारिक पोर्टल की जांच करने के बाद बिजली गिरने की चेतावनी के प्रति हमेशा सचित्र है।
- यदि आपको ऐसा लग रहा है कि तूफान आने का अनुमान बन रहा है तो कृपया कर बाहर जाने से बचे।
- यदि आपको बाहर जाना मजबूरी है तो आप अपने सुरक्षा हेतु उचित प्रबंध करके ही बाहर निकले।
बाहर रहते हुए रखे इन बातों का ध्यान:
- अगर उम्मीदवार को बाहर तूफान आने का संकेत दिखाई देता है तो वह खुले मैदान, ऊंचे पेड़ तथा पानी से दूरी बनाए रखें।
- यदि आप किसी खुले मैदान में फंस गए हैं तो उसे समय आप तुरंत किसी मजबूत इमारत या फिर किसी मजबूत वहां के अंदर चले जाएं।
- यदि आप अपने कर में फंस गए हैं तो उसे समय आप अपने कार्य की खिड़कियां तथा दरवाजे को लॉक कर लें।
- तूफान के समय बिजली के उपकरणों का उपयोग गलती से भी ना करें और इलेक्ट्रिक के कर्म से दूरी बनाकर रखें।
- यदि आप अपने हाथ में धातु की वस्तु जैसे की छतरी, गोल्फ इत्यादि को अपने हाथ में पड़े हुए हैं तो उसे तुरंत जमीन पर रख दें।
- जब आपको लगे कि अब तूफान आपके निकट आ गया है तो उसे समय आप अपने मोबाइल फोन का उपयोग गलती से भी ना करें।
IMD (भारत मौसम विज्ञान विभाग) आधिकारिक वेबसाईट का उपयोग कैसे करें?
आईएमडी यानी भारत मौसम विज्ञान विभाग का यह आधिकारिक पोर्टल है जहां पर मौसम समाचार से संबंधित खबरों को प्रकाशित किया जाता है, आईए जानते हैं कि इस पोर्टल का उपयोग आप घर बैठे कैसे कर पाएंगे साथ ही मौसम का जानकारी भी आप इस पोर्टल को माध्यम से कैसे प्राप्त कर सकते हैं सब के बारे में विस्तृत चर्चा नीचे किया गया है, जो कि कुछ इस प्रकार है:-
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मौसम का पूर्वानुमान लगाए:
- आपको सबसे पहले आईएमडी यानी भारत मौसम विज्ञान विभाग के आधिकारिक पोर्टल पर चले जाना है जहां आपको अपने शहर या राज्य का नाम चयन करने का विकल्प दिखाई देगा।
- 7 दिन का डाटा देख सकते है: इसके बाद उम्मीदवार वर्तमान मौसम तथा अगले 7 दिनों के लिए मौसम का पूर्वानुमान कैसा रहेगा इसका विस्तृत विवरण आईएमडी के आधिकारिक पोर्टल पर देखने को मिल जाएगा।
- मौसम मानचित्र: आप आईएमडी के ऑफिशल पोर्टल के ऊपर विभिन्न प्रकार के मौसम के मानचित्र को देख सकते हैं जैसे की:- तापमान, हवा, वर्षा इत्यादि के बारे में आप पता लगा पाएंगे जो आपको भारत में मौसम की स्थिति का समग्र दृष्टिकोण प्रदान करते हैं।
- किसी विशेष शहरों के लिए पूर्वानुमान: आप भारत के किसी भी शहरराज्य या किसी विशेष स्थान के नाम को खोज कर उसका मौसम का पूर्वानुमान देख सकते हैं कि वहां पर ज्यादा गर्मी पड़ने वाला है या फिर वहां पर ज्यादा बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है।
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मौसम की चेतावनी:
- आईएमडी मौसम चेतावनी: आप आईएमडी के ऑफिशल पोर्टल के ऊपर मौसम को लेकर चेतावनी तथा मौसम को लेकर क्या है एक्सपोर्ट का सलाह इसके बारे में आप देख सकते हैं जैसे की:- तूफान, चक्रवात, लू इत्यादि के बारे में विस्तृत जानकारी पोर्टल के ऊपर मौजूद रहती है।
- विशेष क्षेत्र के लिए चेतावनी: आईएमडी के आधिकारिक पोर्टल के ऊपर आपको किसी राज्य व जिलों के लिए विशेष मौसम चेतावनी के बारे में जानकारी मिल सकता है।
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मौसम का डेटा कैसे देखे:
- बीते हुए वर्ष का मौसम उत्तर: आप पिछले मौसम की जानकारी को आईएमडी के आधिकारिक पोर्टल से प्राप्त कर सकते हैं जैसे कि पिछले वर्ष क्या रहा तापमान, वर्षा कितनी हुई तथा अन्य मौसम विवरण तक आप बिलकुल आसानी से पहुंच सकते हैं।
- मौसम संबंधित आंकड़े: आप भारत के विभिन्न क्षेत्रों के विभिन्न इलाकों के मौसम संबंधित आंकड़े को आईएमडी के ऑफिशल पोर्टल पर देख पाएंगे और उसका उपयोग करके आप पूर्व अनुमान भी लगा पाएंगे।
The Weather Channel का आधिकारिक वेबसाईट का उपयोग कैसे करें?
द वेदर चैनल के आधिकारिक वेबसाइट का उपयोग करके उपयोगकर्ता मौसम के पूर्वानुमान तथा उससे संबंधित हर एक जानकारी को बिल्कुल आसानी से प्राप्त कर सकते हैं, मौसम संबंधित वर्तमान स्थिति का जांच कैसे करना है इसका चरण दर चरण प्रक्रिया हमने नीचे बता रखा है, जो कि कुछ इस प्रकार है:-
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मौसम का पूर्वानुमान:
- द वेदर चैनल के आधिकारिक वेबसाइट पर सबसे पहले इच्छुक उम्मीदवार जाएं।
- आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर पहुंचने के बाद इच्छुक उम्मीदवार अपने स्थान का चयन कर ले।
- जैसे ही इच्छुक उम्मीदवार अपने स्थान का चयन कर लेंगे ठीक उसके बाद आपको आपके वर्तमान मौसम तथा अगले 10 दिनों के लिए मौसम का पूर्वानुमान आपके स्क्रीन पर दिख जाएगा।
- आप इंटरएक्टिव मानचित्र का भी उपयोग करके दुनिया भर में किसी भी स्थान के मौसम का पूर्वानुमान विवरण देख सकते हैं जैसे की:- तापमान की जानकारी, वायु की गति की जानकारी, वर्षा की जानकारी इत्यादि शामिल है।
- यहां तक की इच्छुक उम्मीदवार किसी विशेष स्थान के पूर्वानुमान मौसम की जानकारी को स्थान के नाम को खोज कर निकाल सकते हैं।
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मौसम रडार:
- रडार मानचित्र: द वेदार चैनल के आधिकारिक वेबसाइट तथा मोबाइल एप्लीकेशन के अंदर आप रडार मानचित्र का उपयोग करके होने वाली बारिश, चक्रवात, तूफान, गर्मी इत्यादि का जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- एनिमेटेड रडार: एनिमेटेड रडार का यह फायदा है किबिल्कुल विजुलाइज कर पाएंगे की मौसम की घटनाएं समय-समय पर कैसे बदल जाती हैं।
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मौसम चेतावनी:
- द वेदर चैनल मोबाइल एप्लीकेशन तथा आधिकारिक वेबसाइट के जरिए अपने क्षेत्र के तूफान, बाढ़, एवं लू के बारे में मौसम चेतावनी को से प्राप्त कर सकते है।
- पुश सूचनाएं: यदि आप मौसम को लेकर उसे सूचनाओं प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ अनुकूलित सेटिंग को अपने डिवाइस के अंदर करना होगा जिसके बाद यह पोर्टल आपका डिवाइस पर ऑटोमेटिक मैसेज भेज देगा कि कब क्या मौसम के अंदर बदलाव आने वाला है।
The Weather Channel वेबसाइट और ऐप का घटक:
- सही स्थान का चयन करें: यदि आप मौसम को लेकर सबसे सटीक जानकारी को प्राप्त करना चाहते हैं तो आप सही लोकेशन एवं सही ढंग के इंटरनेट कनेक्टिविटी को चुने।
- अनुकूल सूचना प्रदान करने वाली सेटिंग को खोलें: आप अपने पसंदीदा सेटिंग को खोलकर उसमें अपने स्थान एवं मौसम की जानकारी प्रदर्शित करने के तरीकों का चयन कर सकते हैं।
- मौसम की जानकारी हेतु साइन अप करें: यदि आप अपने क्षेत्रीय मौसम की जानकारी व चेतावनी को समय-समय पर प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अपने मोबाइल फोन के ईमेल आईडी से पोर्टल के अंदर साइन अप करना होगा।
- पोर्टल तथा मोबाइल एप्लीकेशन पर प्रतिदिन जाएं: यदि आप अपने क्षेत्रीय मौसम की स्थिति एवं न्यूनतम पूर्व अनुमान तथा चेतावनी के बारे में नियमित रूप से अपडेट रहना चाहते हैं तो आपको इस वेबसाइट पर जाना अति आवश्यक है।
NDMA (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) किस काम मे आता है?
एनडीएमए यानि राष्ट्रीय आपदा प्रकरण विभिन्न प्रकार के कार्यों में इसका उपयोग किया जाता है जिसका संपूर्ण विवरण नीचे प्रदान किया गया है, जो कि कुछ इस प्रकार है:-
- राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन नीति का निर्माण: एनडीएमए यह सुनिश्चित करता है कि राष्ट्रीय नीति के अनुसार पूरे देश में आपदा प्रबंधन को कैसे लागू किया जाए।
- आपदा प्रबंधन योजनाओं का विकास: आपदा प्रबंधन योजनाओं का विकास राष्ट्रीय, राज्य तथा जिला स्तर पर करने का कार्य करता है।
- आपदा प्रतिक्रिया: आपदा से होने वाले पति को पूरा करने के लिए आपदा प्रबंधन योजनाओं का आयोजन एनडीएमए के द्वारा किया जाता है।
- आपदा की तैयारी: आपदा को लेकर तैयारी की गतिविधियों को बढ़ावा देने में एनडीएमए का बहुत बड़ा योगदान होता है जैसे की क्षमता का निर्माण या फिर जागरूकता अभियान को फैलाना ही क्यों ना हो साथ ही आपातकालीन बुनियादी ढांचे का विकास करने के साथ-साथ लोगों के सुरक्षा का दायित्व अभी इन संगठन का होता है।
NDMA निम्नलिखित चरणों के माध्यम से नीचे दिए गए इन कार्यों को पूरा करता है जो कि कुछ इस प्रकार है:-
- राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन परिषद की बैठक: जब भी कोई आपदा आने का पूर्व अनुमान लगाया जाता है तब आपदा प्रबंधन के लिए सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय का गठन किया जाता है जिसमें एनडीएमए एनडीएमसी के बैठक का आयोजन करता है और इसकी सिफारिश को लागू करने में सहायता प्रदान करता है।
- राज्य आपदा पदाधिकरण के साथ समन्वय: राज्य में आपदा प्रबंधन के वजह से ज्यादा नुकसान ना हो तथा इसके गतिविधियों के समन्वय के लिए एनडीएमए SDMA के साथ जुड़कर काम करता है।
- गैर सरकारी संस्था (एनजीओ): NDMA आपदा प्रबंधन में एनजीओ, सीबीओ और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी करता है।
एनडीएमए यानी राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन पदाधिकरण आपदा प्रबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण संगठन है जो कीआपदा से लड़ने के लिए हमेशा तैयार रहता है तथा देश के जनता के लिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण रोल निभाता है।
AccuWeather Mobile Application कैसे डाउनलोड करे?
- एंड्रॉयड यूजर्स के लिए
- एक्यूवेदर मोबाइल एप्लीकेशन को डाउनलोड करने हेतु सबसे पहले उम्मीदवार किसी भी ब्राउज़र या फिर गूगल प्ले स्टोर को खोल ले।
- गूगल प्ले स्टोर को खोलने के बाद ऊपर दिए गए सर्च बार में टाइप करें “AccuWeather”।
- AccuWeather सर्च कर देने के बाद इच्छुक उम्मीदवार के सामने एक मोबाइल एप्लीकेशन का आइकन दिखाई देगा।
- उसे आइकन पर क्लिक कर देना है।
- आइकॉन पर क्लिक करते ही आपका मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड होना प्रारंभ हो जाएगा।
- इसके बाद आपको अपने डिवाइस में इंस्टॉल कर लेना है।
- AccuWeather Mobile Application को अपने डिवाइस में इंस्टॉल कर लेने के बाद इच्छुक उम्मीदवार उसे खोलें।
- AccuWeather Mobile Application खुलने के बाद आप उसमें नियमित रूप से मौसम से जुड़ी हर एक छोटी से छोटी तथा बड़ी से बड़ी अपडेट्स अपने लोकेशन के अनुसार प्राप्त कर सकते हैं।
iPhone या iPad के लिए:
- सबसे पहले इच्छुक उम्मीदवार आईफोन के एप्पल स्टोर को खोलें।
- आईफोन के एप्पल स्टोर को खोलने के बाद ऊपर दिए गए सर्च बार में टाइप करें “AccuWeather”।
- सर्च बरमें AccuWeather टाइप करने के बाद उसे सर्च करें।
- आपके सामने एक मौसम सा दिखने वाला आइकन आ जाएगा जिस पर आपको क्लिक कर देना है।
- क्लिक कर देने के बाद आपका मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड होने से पहले आपका फेस आईडी या फिर टच आईडी का उपयोग करके प्रमाणित करेगा कि ऑथेंटिक यूजर आप ही हैं।
- इसके बाद आपका वेदर अपडेट मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टाल होना प्रारंभ हो जाएगा।
- जब आपका मोबाइल एप्लीकेशन इंस्टॉल हो जाए ठीक उसके बाद आप अपने लोकेशन एवं किसी विशिष्ट क्षेत्रीय मौसम का समाचार अपने मोबाइल फोन से बिलकुल आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
आज का मौसम अंतिम शब्द
आज के इस आर्टिकल में हमने यह विस्तृत रूप से चर्चाएं की है कि आज का मौसम कैसा रहेगा, तथा अगले 15 दिनों के मौसम का क्या पूर्व अनुमान मौसम विभाग के द्वारा लगाया जा रहा है एवं वह कौन-कौन से राज्य हैं जिन पर गर्मी का प्रकोप कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है, गर्मी से खुद को कैसे बचाना है तथा गर्मी की वजह से उठ रहा है चक्रवात एवं लू लगने से खुद को कैसे बचाना है इसके बारे में भी हमने इस आर्टिकल के अंदर विस्तृत रूप से चर्चाएं की हुई है तो इच्छुक उम्मीदवार से नम्र निवेदन है कि आप कृपया कर ऊपर दिए गए मिस्त्री जानकारी को ध्यान से पढ़ें।
आज का मौसम पूछे जाने वाले प्रश्न
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इन दिनों किस राज्य में बारिश हो रही है?
यदि आप बारिश के बारे में अत्यधिक जानकारी को प्राप्त करना चाहते हैं कि किस लोकेशन पर अभी बारिश होने के ज्यादा संभावना है तो आप आईएमडी, द वेदर चैनल जैसे मौसम समाचार पोर्टल का उपयोग करके बारिश का पता लगा सकते हैं वैसे ही आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अभी बारिश का संभावना सिक्किम, कर्नाटक, नागपुर इत्यादि शहरों में पूर्व अनुमान लगाया जा रहा है।
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क्या आने वाले दिनों में लू चलने की संभावना है?
मौसम विभाग आने वाले 10 से 15 दिनों के पूर्वानुमान जारी करता है जिसमें यह विस्तृत रूप से लिखा रहता है कि कब बारिश होगी, कब लू चलने का संभावना है, तथा चक्रवात व गर्मी किस राज्य में कितनी रहने वाली है हालांकि आपको बता दे कि ज्यादातर लोग चलने का संभावना चित्तौड़गढ़, जयपुर, जैसलमेर, आगरा जैसे शहरों में पूर्वानुमान की जा रही है।
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चक्रवात किसे कहते हैं और ये कैसे बनते हैं?
जानकारी के लिए बता दे की चक्रवात एक विशाल तूफान होता है जो समुद्र के गर्म जल से उत्पन्न होता है, यह निम्न वायु दबाव वाले क्षेत्र में रहे तेज हवाओं के साथ घूमता है जिसकी वजह से लोगों का काफी ज्यादा क्षति पहुंच जाता है, इसका बनने का मुख्य वजह समुद्र के गर्म जल, काम वायु का दबाव एवं पृथ्वी का घूमना इन सबको मिलकर चक्रवात का निर्माण होता है।
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चक्रवात का क्या प्रभाव होता है?
चक्रवात के कारण तेज हवाएं, भारी बारिश एवं तूफानी लहरी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती है साथ ही या बढ़ भी लेकर अपने साथ आता है जिसकी वजह से तटीय क्षेत्र किला के जलमग्न हो जाते हैं एवं काफी सारे संपत्ति का नुकसान भी चक्रवात की वजह से होता है इसीलिए आप जहां भी चक्रवात को देखें तो आप यहां जरूर कोशिश करें कि आप किसी मजबूती इमारत में चल जाए या फिर किसी वाहन का सहारा जरूर ले ले नहीं तो आप भी चक्रवात की चपेट में आ सकते हैं।
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लू से कैसे बचे?
लू से बचने के लिए हमने पहले ही कुछ उपाय बता रखे हैं जैसे कि आप ढीले एवं हल्के रंग के कपड़े को पहने, साथ ही अंडे खाना खा एवं नियमित रूप से दिन में दो बार स्नान करें इसके बाद आप गर्मी जैसे प्रचंड प्रकोप से खुद को बचा पाएंगे एवं उम्मीदवार से यह निवेदन किया जा रहा है कि वह दूध, दही, छाछ, ठंडा फल इत्यादि का सेवन नियमित रूप से करें।
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भीषण गर्मी से बचने के उपाय कौन से हैं?
हालांकि गर्मी एवं लू से बचने के लिए उपाय दोनों मिलते-जुलते ही हैं दोनों के लिए आप एक ही तरीके के घरेलू नुस्खे को आजमा सकते हैं जिसमें आपको दही, दूध, छाछ, एवं ढीले कपड़े, प्रतिदिन नहाना इत्यादि का पालन करना होगा तभी आप गर्मी का सामना कर पाएंगे।
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बिजली गिरने की संभावना किन राज्यों में है?
यदि आप बिजली गिरने की पूर्व अनुमान की जानकारी सबसे पहले प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको आईएमडी द्वारा जारी विश्वसनीय मौसम ऐप पर जाकर अपना राज्य का चयन करके आप बिजली जैसे प्रकोप का पूर्वानुमान देख सकते हैं हालांकि यह जानकारी आपको आईएमडी के आधिकारिक पोर्टल पर भी मौजूद मिलेगा।
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बिजली गिरने से खुद को कैसे बचाएं?
यदि आपको ऐसा लग रहा है कि बिजली गिरने की संभावना आपके आसपास उमड़ रही है, तो आप अपने नजदीकी मजबूत इमारत में चले जाएं साथ आप यदि खुले स्थान पर हैं एवं ऊंचे पेड़ तथा पानी के निकट हैं तो आप उन सब से तुरंत दूर हो जाएं साथ ही उम्मीदवार को यह हिदायत दी जा रही है कि बिजली के उपकरण का इस्तेमाल बारिश के समय बिल्कुल भी ना करें।
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IMD की वेबसाइट का उपयोग कैसे करें?
सबसे पहले आपको आईएमडी के आधिकारिक पोर्टल पर चले जाना है आईएमडी के आधिकारिक पोर्टल https://mausam.imd.gov.in/ पर आपसे आपका शहर या राज्य चयन करने के लिए कहा जाएगा जिसे आपको चयन करके मौसम चेतावनी, मौसम संबंधित आंकड़े, किस क्षेत्र में कितनी बारिश होगी इन सब का जानकारी आपको देखने को मिल जाएगा।
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मौसम की जानकारी प्राप्त करने के लिए कौन से अन्य ऐप्स उपयोगी हैं?
आईएमडी के अलावा द वेदर चैनल https://weather.com/ का आधिकारिक वेबसाइट तथा मोबाइल एप्लीकेशन https://play.google.com/store/apps/details?id=com.accuweather.android&hl=en है जिसके सहायता से आप अपने स्मार्टफोन के माध्यम से आज का मौसम समाचार प्राप्त कर सकते हैं, इन वेबसाइट के अंदर आपको विभिन्न प्रकार के मौसम अपडेट्स देखने को मिल जाएंगे जैसे की:- चक्रवात, बारिश का संभावना, लू चलने की संभावना इत्यादि शामिल है।