बकरी पालन लोन सब्सिडी UP 2024: पात्रता, दस्तावेज, आर्थिक लाभ & आवेदन प्रक्रिया
बकरी पालन सब्सिडी UP योजना 2024: नमस्कार दोस्तों MeriYojana.com में आप सभी का स्वागत है। आज हम चर्चा करने वाले हैं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई महत्वपूर्ण योजना के बारे में। इस योजना का नाम है बकरी पालन लोन सब्सिडी UP।
जैसा कि हम सब इस नाम के माध्यम से ही अंदाजा लगा सकते हैं कि यह योजना संपूर्ण उत्तर प्रदेश के पशुपालकों के लिए गठित की गई है जिसके माध्यम से पशुपालकों को भेड़ बकरी पालन के लिए सब्सिडी उपलब्ध कराई जाती है। बकरी पालन सब्सिडी UP योजना के माध्यम से संपूर्ण उत्तर प्रदेश में पशुपालकों को बकरी पालन करने हेतु प्रोत्साहन दिया जाता है।
बकरी पालन लोन सब्सिडी UP योजना का संचालन नेशनल लाइव स्टॉक मिशन योजना के अंतर्गत किया जा रहा है ।आज के इस लेख में हम इसी योजना के बारे में विस्तारित रूप से चर्चा करने वाले हैं तो चलिए शुरू करते हैं।
बकरी पालन लोन सब्सिडी UP के बारे मे जानकारी
योजना | बकरी पालन लोन सब्सिडी UP |
राज्य | उत्तरप्रदेश |
मुख्य योजना | नेशनल लाइवस्टॉक मिशन |
विभाग | एनिमल हस्बेंडरी एंड एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट |
वर्ष | 2024-25 |
योजना स्थिति | सक्रिय |
आवेदक | उत्तरप्रदेश के किसान और पशुपालक |
लाभ | बकरी खरीदने और पालने हेतु आर्थिक सहायता |
लाभ राशि | 20 लाख से 1 करोड़ |
वेबसाइट | https://nlm.udyamimitra.in/ |
बकरी पालन लोन सब्सिडी UP क्या है? (Bakri Palan Loan Subsidy Up Kya Hai?)
जैसा कि हम सब जानते हैं प्रत्येक प्रदेश सरकार लगातार यह कोशिश करती है कि प्रदेशों के पशुपालकों और किसानों का सतत विकास होता रहे। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नेशनल लाइव स्टॉक मिशन योजना के अंतर्गत बकरी पालन योजना को प्रोत्साहन दिया जा रहा है । इस योजना के माध्यम से संपूर्ण उत्तर प्रदेश में बकरी पालन व्यवसाय को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
नेशनल लाइव स्टॉक मिशन NLM के अंतर्गत एनिमल हसबेंडरी और डेयरी योजनाओं को प्रोत्साहित करने हेतु सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की परियोजना संचालित की जाती है। जिसके माध्यम से यह कोशिश की जाती है कि प्रत्येक राज्य के पशुपालकों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाया जा सके और उन्हें पशुपालन हेतु सब्सिडी प्रोवाइड कराई जा सके।
जिससे वह पशुपालन करने में समर्थ हो सके और पशुओं का रखरखाव ठीक से कर सके। इसी मुद्दे को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पशुपालन और डेयरी विभाग के अंतर्गत बकरी पालन सब्सिडी UP योजना का संचालन किया जा रहा है।
राष्ट्रीय पशुधन मिशन क्या है? (Rashtriya Pashudhan Mission Kya Hai?)
जैसा कि हमने आपको बताया उत्तर प्रदेश सरकार बकरी पालन व्यवसाय को सब्सिडी उपलब्ध करा रही है ।इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक पशुपालक जो बकरी या भेड़ पालने का इच्छुक और योग्य उम्मीदवार है उन्हें बकरी पालने के लिए सब्सिडी और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है ।
यह योजना भारत सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग के माध्यम से शुरू की गई है। इस योजना को राष्ट्रीय पशुधन मिशन के अंतर्गत प्रत्येक राज्य सरकार द्वारा संचालित किया जा रहा हैम
राष्ट्रीय पशुधन मिशन अर्थात नेशनल लाइव स्टॉक मिशन (National Livestock Mission) एक संशोधित योजनाओं के लक्ष्य को निर्धारित कर प्रत्येक राज्य में लागू किया जाता है। जिसके माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाता है कि प्रत्येक राज्य में रोजगार सृजन किया जा सके।
पशु उत्पादकता में वृद्धि की जा सके। इसी बात को ध्यान में रखते हुए बकरी पालन और भेड़ पालन व्यवसाय को अन्य पशुपालन व्यवसाय के साथ प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि बकरी पालन व्यवसाय के माध्यम से घरेलू उत्पादकों की मांग को पूरा किया जा सके।
National Livestock Mission Yojana के माध्यम से असंगठित क्षेत्र में उपलब्ध उपज के लिए फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंकेज बनाने और उसे संगठित क्षेत्र से जोड़ने के लिए उद्यमिता को विकसित किया जाता है ताकि संपूर्ण देश में पशुपालन व्यवसाय को बढ़ावा मिल सके और पशुपालन व्यवसाय से पशुपालकों को अतिरिक्त आय भी प्राप्त हो सके।
क्या हैं बकरी पालन में नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के उद्देश्य ? (What are the Objectives of National Live Stock Mission in Bakri Palan?)
- नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के माध्यम से निम्नलिखित उद्देश्यों की पूर्ति प्रत्येक राज्य सरकार कर रही है।
- इस मिशन के माध्यम से पशुपालन व्यवसाय में रोजगार सृजन किया जा रहे हैं।
- इस मिशन के अंतर्गत पशुओं की नस्ल में भी सुधार किया जा रहा है और उनकी उत्पादकता में वृद्धि की जा रही है ।
- इस मिशन के माध्यम से बकरी के दूध और बकरी के चारे के उत्पादन में वृद्धि की जा रही है।
- इस योजना के अंतर्गत बकरी के मांस के उत्पादन में भी वृद्धि देखने को मिल रही है ।
- इस योजना के अंतर्गत चारा की आपूर्ति को भी मजबूत बनाया जा रहा है ताकि पशुपालक को द्वारा की जाने वाली चारों की मांग पूरी हो सके और पशुपालन में उन्हें मदद मिल सके।
- इस योजना के अंतर्गत पशुधन बीमा भी उपलब्ध कराया जा रहा है जिससे जोखिम प्रबंधन उपायों को बढ़ावा दिया जा सके।
नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के अंतर्गत बकरी पालन योजना का डिजाइन (Design of Bakri Palan Yojana under National Live Stock Mission)
नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के अंतर्गत बकरी पालन योजना को कुल 3 उपमिशन में बांटा गया है
- पशुधन के नस्ल विकास उपयोजना
- चारा और चारा विकास उपयोजना
- वही नवाचार और विकास उपयोजना
पशुधन और नस्ल विकास उपयोजना (Livestock and Breed Development Sub-Plan)
इस उपयोजना की बात करें तो इस योजना के अंतर्गत बकरी पालन व्यवसाय के अंतर्गत बकरियों की नस्ल सुधारने के लिए सरकार प्रोत्साहन दे रही है। इस योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार पशुपालकों को बकरियां और भेद की नस्ल के सुधारने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध करा रही है।
चारा एवं चारा विकास उपमिशन
इस मिशन के माध्यम से बकरियों की जरूरत का चारा और बेहतर बीज प्रदान किया जा रहे हैं ताकि पशुपालकों को बकरी पालन में प्रोत्साहन मिल सके ।
नवाचार और विस्तार उपमिशन
इस मिशन के अंतर्गत भेड़ बकरी पालन में अनुसंधान को बढ़ावा दिया जा रहा है। विभिन्न विश्वविद्यालयों के माध्यम से पशुपालन योजनाओं और सम्मेलन का गठन किया जा रहा है जिससे पशुपालकों में बकरी पालन हेतु जागरूकता सृजन हो सके।
बकरी पालन लोन सब्सिडी UP के लाभ और विशेषताएं (Bakri Palan Loan Subsidy UP Key Feature & Benefits)
- उत्तर प्रदेश बकरी पालन सब्सिडी UP योजना के लाभ की बात करें तो इस योजना के माध्यम से राष्ट्रीय पशुधन मिशन अवतार नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के अंतर्गत 100 से 500 बकरी की पांच यूनिट लगाने पर 50% तक की सब्सिडी सरकार के द्वारा उपलब्ध की जा रही है।
- इस बकरी पालन सब्सिडी उत्तर प्रदेश के माध्यम से पशुपालकों को राज्य सरकार द्वारा पांच अलग-अलग चरणों में अनुदान उपलब्ध कराए जा रहे हैं ।
- इस योजना के अंतर्गत पशुपालकों को जागरूकता अभियान से भी जोड़ा जा रहा है।
- योजना के माध्यम से पशुपालकों को पशु की नस्ल सुधारने के लिए भी ट्रेनिंग दी जा रही है।
- इस योजना के अंतर्गत पशुपालकों को बकरी पालन के साथ-साथ उसके चारे की व्यवस्था के लिए भी आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है।
- योजना के अंतर्गत पशुपालक चाहे तो 20 लाख से 1 करोड रुपए तक का लोन लेकर पशुपालक व्यवसाय को आगे बढ़ा सकता है।
- इस योजना के माध्यम से कृषि संगठन बनाकर भी आवेदक आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकता है।
- योजना में बकरी के दूध से लेकर बकरी के मांस बेचने तक की सुविधा का लाभ पशुपालकों को दिया जा रहा है।
- वही योजना के अंतर्गत विभिन्न विश्वविद्यालय एवं तथा अनुसंधान केंद्रों के माध्यम से पशुपालकों को ट्रेनिंग भी उपलब्ध कराई जा रही है।
बकरी पालन योजना सब्सिडी UP राशि (Bakri Palan Yojana Subsidy UP Amount)
- उत्तर प्रदेश बकरी पालन योजना सब्सिडी UP राशि की बात करें तो इस योजना के अंतर्गत पशुपालकों को 50% कैपिटल सब्सिडी दी जाती है।
- इस 50% कैपिटल सब्सिडी के अंतर्गत 50 लाख की दो इंस्टॉलमेंट पशुपालकों को उपलब्ध करवाई जाती है ।
- यह इंस्टॉलमेंट प्राप्त करने के लिए पशुपालक शेड्यूल बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन से आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं ।
- जिसमें पहले इंस्टॉलमेंट रिलीज करने के पश्चात जब बेनिफिशियरी लोन की इंस्टॉलमेंट चुकता करने लगते हैं तो अगली इंस्टॉलमेंट सरकार द्वारा रिलीज की जाती है ।
- बकरी पालन योजना सब्सिडी योजना के अंतर्गत पहले इंस्टॉलमेंट के 50% की राशि सिडबी द्वारा दी जाती है जहां पशुपालक का अकाउंट हो।
- इस बकरी पालन योजना सब्सिडी UP के अंतर्गत अगली 25% तक की राशि तभी रिलीज की जाती है जब पशुपालक योजना में होते हुए प्रॉफिट को दर्शाता है।
- इसके साथ ही पशुपालक द्वारा पशुओं के रखरखाव और होने वाले फायदे को देखते हुए अगले 50% तक की सब्सिडी सरकार द्वारा रिलीज की जाती है ।
- इस योजना के अंतर्गत रिलीज की हुई राशि से पशुपालक किसी प्रकार के वर्किंग कैपिटल और पर्सनल खर्चों का भुगतान नहीं कर सकता।
- इस योजना के अंतर्गत प्राप्त की गई राशि से पशुपालक पशुओं को रखने के लिए जगह तथा किराए का भुगतान भी नहीं कर सकता।
बकरी पालन लोन सब्सिडी UP योजना पात्रता (Bakri Palan Loan Subsidy UP Yojana Eligibility Criteria)
उत्तर प्रदेश बकरी पालन योजना के अंतर्गत पात्रता की यदि बात करें तो निम्नलिखित पात्रता मापदन पूरे करने के पश्चात ही आवेदक को बकरी पालन योजना की सब्सिडी दी जाती है
- आवेदक उत्तर प्रदेश का निवासी होना चाहिए।
- आवेदक पशुपालन के क्षेत्र में प्रशिक्षित हुआ होना चाहिए ।
- आवेदक के पास में बकरी पालन के लिए पर्याप्त जगह और जरूरी इंतजाम होने चाहिए ।
- आवेदक मान्यता प्राप्त किसान सहकारी समिति या किसान संयुक्त समूह के अंतर्गत रजिस्टर्ड होना चाहिए।
उत्तर प्रदेश बकरी पालन अनुदान योजना : अनुदान राशि के चरण
उत्तर प्रदेश बकरी पालन योजना के अंतर्गत आवेदक पशुपालक को पाँच चरणों में अनुदान राशि उपलब्ध करवाई जाती है। प्रत्येक आवेदक को इन पांच चरणों के अनुसार ही लाभ राशि बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाती है। यह पांच चरण इस प्रकार से
- 100 बकरियां और पांच बीजू बकरे की यूनिट लगाने पर प्रत्येक आवेदक को 20 लाख रुपए तक का एस्टीमेट अमाउंट सैंक्शन किया जाता है जिसमें पहली किस्त के रूप में 10 लाख और अगली किस्त के रूप में 10 लख रुपए दिए जाते हैं ।
- 200 बकरियां और 10 बीजू बकरा पालने पर सिडबी 40 लाख रुपए तक की लागत का अंदाजा लगती है जिसमें पहली किस्त में 20 लाख रुपए और अगली किस्त में 20 लख रुपए लाभार्थी के अकाउंट में ट्रांसफर किए जाते हैं।
- 300 बकरियां और 15 बीजू बकरे के यूनिट पर 60 लाख रुपये अंदाजन खर्च आता है जिसमें आवेदक को 30-30 लख रुपए की दो अलग-अलग किस्त ट्रांसफर की जाती है।
- 400 बकरियां और 20 बीजू बकरे की रखरखाव पर 80 लाख रुपए तक की लागत का अंदाजा लगाया जाता है जिसमें आवेदक को 40 40 लाख की दो किस्त अकाउंट में भेजी जाती है।
- वहीं 500 बकरियां और 25 बीजू बकरे के यूनिट पर परियोजना की लागत 1 करोड रुपए मानी जाती है जिसके अंतर्गत सीट भी 50-50 लख रुपए के दो अनुदान कष्ट ट्रांसफर करती है।
बकरी पालन लोन सब्सिडी UP योजना आर्थिक लाभ
- उत्तरप्रदेश बकरी पालन सब्सिडी योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश पशुपालक विभिन्न प्रकार से लाभ प्राप्त कर सकते हैं ।
- इस लाभ को यदि आर्थिक रूप में आंकड़ों के माध्यम से देखा जाए तो प्रत्येक बकरी पलक करीबन एक से डेढ़ साल में 24 लाख 75000 का प्रॉफिट कमा सकता है ।
- ऐसे में यदि बकरी पालक बकरी पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए 50 बकरियां के आंकड़े से लोन लेता है तो मान लीजिए बकरी पलक को 10 लाख रुपए तक का लोन लेना पड़ेगा ।
- 10 लख रुपए के लोन के अंतर्गत यदी प्रत्येक माह में किस्त का भुगतान किया जाए तो भी बकरी पालन पर औसतन मासिक प्रॉफिट बकरी के दूध से और बकरी के मांस से कमाया जा सकता है।
- एक बकरी एक साल में करीबन 4 बार बच्चे देती है ऐसे में 50 बकरियों से करीबन 200 बच्चे बकरी पालक के पास जमा हो जाते हैं।
- यदि ठीक से रखरखाव किया जाए तो मादा बकरियां और ज्यादा अच्छी नस्ल के बच्चे दे सकती है।
- जिसमें बकरी के दूध और मांस से पशुपालक सालाना 30 लाख रुपए तक कमा सकता है।
- वही ब्याज और मूल राशि के भुगतान के पश्चात भी यदि 3 साल में पशुपालक एक 10 लाख रुपए की राशि को चुकता देता है फिर भी पशुपालक को सालाना 24 लाख 75 हजार रुपए का अतिरिक्त प्रॉफिट होता है
बकरी पालन लोन सब्सिडी UP के तहत आवश्यक दस्तावेज (Bakri Palan Loan Subsidy Up Document List)
बकरी पालन लोन सब्सिडी UP के अंतर्गत निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक रूप से संलग्न करने होते हैं
- आवेदक का आधार कार्ड
- आवेदक का प्रमाण पत्र
- आवेदन का बैंक खाता विवरण
- आवेदक का निवास प्रमाण पत्र
- आवेदक का पासपोर्ट साइज फोटो
- आवेदक के बकरी प्रशिक्षण प्रमाण पत्र
- आवेदक के जमीन के कागजात
- आवेदक जहां बकरियां रखने वाला है उस जमीन के संपूर्ण एग्रीमेंट
- आवेदक ने पहले यदि कहीं से लोन लिया है तो वह लोन पेपर
- आवेदक का जाति प्रमाण पत्र
- आवेदक का बैंक खाता विवरण
- आवेदक यदि इनकम टैक्स का भुगतान करता है तो इनकम टैक्स विवरण
- आवेदक यदि किसान संगठन से जुड़ा है तो उसके सारे प्रमाणिक दस्तावेज
बकरी पालन लोन सब्सिडी UP आवेदन प्रक्रिया (Bakri Palan Loan Subsidy UP Online Apply Step by Step)
- उत्तर प्रदेश बकरी पालन योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए आवेदक को सबसे पहले नेशनल लाइव स्टॉक मिशन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा ।
- नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर आवेदक को रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया का विकल्प दिखाई देगा ।
- आवेदक को रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करनी होगी और ओटीपी सत्यापित करना होगा ।
- ओटीपी सत्यापन होने के पश्चात आवेदक को लॉगिन क्रैडेंशियल्स हासिल हो जाते हैं।
- लॉगिन क्रैडेंशियल्स होने के पश्चात आवेदक को इस पोर्टल पर बकरी पालन योजना अप्लाई के लिंक पर क्लिक करना होगा ।
- इस योजना के लिंक पर क्लिक करते ही आवेदक को आवेदन फार्म सावधानीपूर्वक भरना होगा और मांगे गए दस्तावेज उपलब्ध कराने होंगे।
- इस प्रकार उत्तर प्रदेश के पशुपालक बकरी पालन योजना के अंतर्गत आवेदन प्रक्रिया पूरी कर लेते हैं।
बकरी पालन लोन सब्सिडी UP राशि सैंक्शन (Bakri Palan Loan Subsidy UP Amount Sanction)
- उत्तर प्रदेश बकरी पालन योजना के अंतर्गत आवेदकों द्वारा प्राप्त किए गए आवेदनों और उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों के आधार पर गठित की गई कमेटी सत्यापन प्रक्रिया पूरी कर देती है।
- सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात आवेदकों की आर्थिक स्थिति के आधार पर लोन का अमाउंट सैंक्शन किया जाता है।
- लोन अमाउंट सैंक्शन करने से पहले आवेदक द्वारा प्रस्तावित प्रोजेक्ट को सेंट्रल गवर्नमेंट के अधिकारियों के पास भेजा जाता है।
- इसके पश्चात आवेदक द्वारा तैयार की गई योजना की समीक्षा की जाती है।
- योजना की समीक्षा के पश्चात इंडिविजुअल सेल्फ हेल्प ग्रुप फार्मर प्रोड्यूसर फार्मर कोऑपरेटिव ज्वाइंट लायबिलिटी ग्रुप जैसे अलग-अलग आवेदकों के आवेदन स्थिति का चयन किया जाता है।
- जिसमें आवेदकों को 500 मादा और 25 नर बकरियां पालने की परमिशन दी जाती है।
- आवेदकों द्वारा प्रायोजित योजना के विवरण के आधार पर और उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों के आधार पर राज्य सरकार आवेदकों का चयन करती है और उन्हें लोन की राशि दो अलग-अलग किस्तों में सैंक्शन करती है।
- पाठकों की जानकारी के लिए बता दे किस्त भेजने के पश्चात प्रत्येक 2 साल में स्टेट इंप्लीमेंटिंग एजेंसी आवेदक के पूरे प्रोजेक्ट की समीक्षा करती है और उसी के आधार पर अगली लोन राशि सैंक्शन की जाती है।
उत्तर प्रदेश बकरी पालन योजना संपर्क विवरण (बकरी पालन लोन सब्सिडी UP Contact Details )
उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई बकरी पालन योजना के अंतर्गत यदि आवेदक को किसी प्रकार की विस्तृत जानकारी चाहिए या किसी प्रकार का कोई समाधान चाहिए तो आवेदक नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के अंतर्गत एनिमल हसबेंडरी एंड डेरिंग पोर्टल पर जाकर संपर्क कर सकता है।
इस बकरी पालन लोन सब्सिडी UP पर अधिकारियों के कांटेक्ट नंबर और ईमेल एड्रेस उपलब्ध करवाए गए हैं । आवेदन चाहे तो जॉइन सेक्रेटरी और ज्वाइंट कमिश्नर को को संपर्क कर सकता है इसके अलावा आवेदक यदि उत्तर प्रदेश के लाइवस्टोक डिपार्टमेंट को संपर्क करना चाहता है तो आवेदक निम्नलिखित अधिकारियों को संपर्क कर सकता है।
उत्तर प्रदेश लाइवस्टोक डेवलपमेंट बोर्ड : डॉ अखिलेश कुमार श्रीवास्तव 9415 066960
aksdp64@gmail.com
उत्तर प्रदेश लाइवस्टोक डेवलपमेंट बोर्ड : डॉ सुनील कुमार राठौर 9458 235 622
Rathore190378 gmail.com
FAQs of बकरी पालन लोन सब्सिडी UP
✔️ उत्तर प्रदेश बकरी पालन सब्सिडी योजना क्या है?
उत्तर प्रदेश बकरी पालन सब्सिडी योजना के अंतर्गत पशुपालकों को बकरी पालने और उसके रखरखाव के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है।
✔️ बकरी पालन सब्सिडी योजना के अंतर्गत पशुपालकों को कितनी राशि दी जाती है?
उत्तर प्रदेश बकरी पालन सब्सिडी योजना के अंतर्गत पशुपालकों को 20 लाख से एक करोड रुपए तक की राशि दी जाती है।
✔️ उत्तर प्रदेश बकरी पालन सब्सिडी योजना के अंतर्गत पशुपालकों को राशि कितनी किस्तों में दी जाती है?
उत्तर प्रदेश बकरी पालन सब्सिडी योजना के अंतर्गत पशुपालकों को राशि दो किस्तों में दी जाती।
✔️ उत्तर प्रदेश बकरी पालन सब्सिडी योजना के अंतर्गत क्या नर और मादा का कोई अनुपात तय किया गया है?
जी हां उत्तर प्रदेश बकरी पालन सब्सिडी योजना के अंतर्गत नर और मादा के अनुपात की खरीद पर ही सब्सिडी राशि अप्रूव की जाती है।
✔️ उत्तर प्रदेश बकरी पालन योजना के अंतर्गत क्या चारे की व्यवस्था के लिए भी आर्थिक सहायता दी जाती है?
जी हां इस योजना के अंतर्गत पशुपालकों को चार खरीदने के लिए भी आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है ।
✔️ उत्तर प्रदेश बकरी पालन सब्सिडी योजना के अंतर्गत क्या बकरियों की नस्ल सुधारने के लिए भी विशेष ट्रेनिंग दी जाती है?
जी हां उत्तरप्रदेश बकरी पालन सब्सिडी योजना के अंतर्गत पशुपालकों को बकरियों की नस्ल के सुधार हेतु पशुपालकों को विशेष ट्रेनिंग उपलब्ध कराई जाती है वहीं उन्हें विभिन्न प्रकार के जागरूकता अभियानों से भी जोड़ा जाता है।
✔️ बकरी पालन लोन सब्सिडी MP क्या है?
बकरी पालन लोन सब्सिडी MP के तहत मध्य प्रदेश सरकार बकरी पालन के लिए 60% फीसदी सब्सिडी देती है। भारत सरकार पशुधन पालन पर 35% तक सब्सिडी प्रदान करती है। अगर आपके पास बकरी पालन शुरू करने के लिए पैसे नहीं हैं तो भी आप बैंक से लोन ले सकते हैं। नाबार्ड आपको बकरी पालन के लिए ऋण प्रदान करके प्रसन्न है।