Bihar Matsya Palan Yojana 2024: बिहार मछली पालन योजना पात्रता, दस्तावेज, महत्वपूर्ण लाभ, पंजीकरण & सब्सिडी
नमस्कार दोस्तों MeriYojana.com में आप सभी का स्वागत है। दोस्तों आज हम चर्चा करने वाले हैं बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना जिसका नाम है बिहार मत्स्य पालन योजना (Bihar Matsya Palan Yojana) के बारे में। इस बिहार मछली पालन योजना (Bihar Machli Palan Yojana) को बिहार मत्स्यकी विकास योजना के नाम से भी जाना जाता है। योजना के माध्यम से संपूर्ण बिहार में मत्स्य पालन व्यवसाय को बढ़ावा दिया जा रहा है।
जिससे बिहार के मछुआरों को मछली व्यवसाय करने में आर्थिक सहायता प्राप्त हो सके। वह बिहार में नदियों और तालाबों में अधिक से अधिक मछली पालन कर आय अर्जित कर सके ताकि देश में मछली पालन व्यवसाय में मजबूती हासिल हो और मछली निर्यात क्षेत्र में देश और आगे बढ़ सके। आज के इस लेख में हम आपको इसी योजना के बारे में संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाने वाले हैं तो चलिए शुरू करते हैं।
बिहार मछली पालन योजना क्या है? (Bihar Machli Palan Yojana Kya Hai?)
बिहार मछली पालन योजना को नीली क्रांति योजना के नाम से भी जाना जाता है। बिहार मछली पालन योजना केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई एक सुनियोजित योजना है। जिसके माध्यम से संपूर्ण बिहार में समुद्र शैवाल और मछली की खेती पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस योजना के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है की संपूर्ण बिहार में मछली पालन व्यवसाय बेहतर तरीके से हो सके और मूछ वालों को अधिक आय प्राप्त हो सके।
बिहार मछली पालन योजना के माध्यम से बिहार सरकार बिहार की अनुसूचित जाति जनजाति अति पिछड़ा वर्ग के किसानों को मछली पालन व्यवसाय कर आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश कर रही है। इस योजना के माध्यम से अनुसूचित जाति जनजाति और अति पिछड़ा पर वर्ग के मछली पालन को 70% से 100% तक की अनुदान राशि उपलब्ध करवाई जाती है। जिससे वह मछली पालन व्यवसाय कर सके और बेहतर आय अर्जित कर सके।
मछली पालन व्यवसाय के अंतर्गत मत्स्य संसाधन विभाग अनुसूचित जाति जनजाति अच्छी पिछड़ा वर्ग के लिए तालाब मछली की विशेष योजनाएं शुरू कर चुका है। जिसके माध्यम से किसान अपने ही खेत या जमीन पर कृत्रिम तालाब बनाकर उसमे मछली पालन कर सकता है।
इस योजना के अंतर्गत बिहार की नदियों में मछली पालन करने वाले मछुआरों को भी मत्स्य अच्छे संसाधन विभाग द्वारा कौशल प्रशिक्षण दिया जाता है और उन्हें बेहतर प्रजाति की मछली के पालन और व्यवसाय के बाद के गुण सिखाए जाते हैं।
बिहार मछली पालन योजना का संक्षिप्त विवरण
जैसा कि हम सब जानते हैं प्रत्येक राज्य में कृषि और पशुपालन व्यवसाय उसे राज्य के मुख्य व्यवसाय होते हैं। ऐसे में यह व्यवसाय ही ऐसे व्यवसाय होते हैं जिसके माध्यम से अन्य व्यवसायों को बल मिलता है। प्रत्येक राज्य यह सुनिश्चित करता है कि राज्य के किसानों और पशुपालकों को बेहतर सुविधाएं मिलती रहे जिससे इन व्यवसाय में किसी प्रकार की कोई बाधा ना आए।
ऐसे में समय-समय पर किसानों और पशुपालकों के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं गठित की जाती है । इसी क्रम में बिहार सरकार ने बिहार के मछुआरों और मत्स्य पालन करने वाले लोगों के लिए महत्वपूर्ण योजनाओं का गठन किया है। इस योजना को बिहार मध्य पालन योजना के नाम से जाना जाता है।
बिहार मत्स्य पालन योजना के अंतर्गत मत्स्य प्रसार योजना मुख्यमंत्री तालाब मत्स्यकि विकास योजना की विशेष सहायता योजना जैसी विभिन्न परियोजनाओं का संचालन किया जाता है जिससे प्रदेश में बेहतर मछली पालन हो सके।
इसके साथ ही मछलीयों को पालने के साथ-साथ उनके रखरखाव तथा उनके बेचने के लिए कोल्ड स्टोरेज जैसी संपूर्ण व्यवस्था भी इस योजना के माध्यम से मछुआरों को उपलब्ध करवाई जाती है जिससे वे बाजार तक उच्च गुणवत्ता की मछलियां उपलब्ध करवा सके जिसके चलते उनकी आय में भी वृद्धि और विकास देखा जा रहा है।
बिहार मछली पालन योजना के महत्वपूर्ण तथ्य (Matsya Palan Yojana Facts)
बिहार मछली पालन योजना के अंतर्गत निम्नलिखित तथ्यों का विशेष रूप से ध्यान दिया जाता है
- इस योजना के अंतर्गत मत्स्य प्रसार योजना का संचालन किया जा रहा है।
- जिससे राज्य के मछुआरों को प्रशिक्षण उपलब्ध करवाया जा रहा है।
- इस योजना के अंतर्गत किसान के खेतों पर कृत्रिम तालाब बनवाई जा रहे हैं जिससे उसे तालाब में मत्स्य पालन हो सके।
- इसके साथ ही किसानों को मत्स्य बीज हैचरी भी सिखाई जाती है जिससे की उन्नत मत्स्य पालन किया जा सके।
- इस योजना के अंतर्गत किसानों को उच्च गुणवत्ता युक्त मत्स्य बीज उत्पादन करना सिखाया जाता है जिससे बेहतर क्वालिटी की मछली का उत्पादन हो सके।
- वही तालाबों में मत्स्य पालन करने हेतु संपूर्ण उपकरण और अभियंता प्रशिक्षण भी किसानों को इस योजना के अंतर्गत दिया जाता है।
- इस Matsya Palan Yojana Bihar के माध्यम से मुख्यमंत्री तालाब मछली विकास योजना के अंतर्गत ट्यूबवेल तथा पंपसेट अधिष्ठापन के लिए भी सब्सिडी प्रोवाइड की जाती है।
- वही मत्स्य विकास योजना के अंतर्गत गंगा नदी तंत्र में रिवर रेसिंग के माध्यम से भी मछली पालन व्यवसायों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
नदी में भी मछली पालन किया जा सके इसलिये इस योजना के अंतर्गत मत्स्य प्रबंधन और मध्य विभागों द्वारा पशुपालकों को मध्य पालन प्रशिक्षण दिया जाता है और उनके स्टोरेज से लेकर उनकी विपणन योजना के बारे में भी संपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई जाती है।
बिहार मत्स्य पालन योजना सब्सिडी (Matsya Palan Yojana Subsidy)
बिहार मत्स्य पालन योजना के अंतर्गत सब्सिडी राशि की यदि बात करें तो बिहार मत्स्य प्रसार योजना के अंतर्गत अत्यंत पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति जनजाति को मत्स्य पालन के लिए 100% की सब्सिडी दी जाती है। वहीं इस योजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री तालाब मछली विकास योजना के माध्यम से आवेदन करने वाले संपूर्ण मछुआरों को 50 से 70% की सब्सिडी दी जाती है।
मछली विशेष सहायता योजना के माध्यम से अनुसूचित जाति जनजाति तथा अन्य वर्ग के मछुआरों को योजना में 70% तक की सब्सिडी उपलब्ध करवाई जाती है। इस योजना के माध्यम से मजदूरों को ट्यूबवेल और पंप सेट के अधिष्ठापन के लिए भी 50 से 70% की सब्सिडी दी जाती है।
इसके साथ इस योजना में उन्नत मत्स्य बीज उत्पादन के लिए भी मछुआरों को 50 से 70% की सब्सिडी उपलब्ध करवाई जाती है। इस योजना के अंतर्गत पठारी क्षेत्र में तालाब निर्माण करने हेतु मध्य पलकों को 80% की सब्सिडी दी जाती है।
इसके साथ यदि मछुआरों के पास में पहले से ही कोई तालाब है जिसका जीर्णोद्धार कर वे मछली पालन व्यवसाय करना चाहते हैं तो ऐसे निजी तालाबों का जिलों द्वारा कर उसके विकास के लिए मछुआरों को 30 से 40% की सब्सिडी जाती है।
बिहार मत्स्य पालन योजना के महत्वपूर्ण लाभ (Matsya Palan Yojana Important Benefits)
बिहार मत्स्य पालन योजना के लाभ निम्नलिखित है इस योजना के माध्यम से संपूर्ण बिहार में मत्स्य पालन व्यवसाय में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
- इस योजना के माध्यम से मछुआरों को मत्स्य पालन का प्रशिक्षण दिया जाता है जिससे मछुआरे बेहतर तरीके से मत्स्य पालन कर सकते हैं।
- बिहार मत्स्य पालन योजना के माध्यम से बिहार सरकार पशुपालकों को मत्स्य पालन प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें कुशल मत्स्य पालक बनाने की कोशिश कर रही है।
- योजना के माध्यम से मत्स्य पालन व्यवसाय के द्वारा बिहार सरकार ज्यादा से ज्यादा रोजगार उपलब्ध करवाने की कोशिश कर रही है जिससे कि अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके।
- वही इस योजना के माध्यम से बेहतर गुणवत्ता वाली मछलियों का पालन किया जा रहा है जिससे संपूर्ण बिहार में गुणवत्ता पूर्व मछलियों का उत्पादन बढ़ रहा है और मछुआरों को विदेश तक मछली बेचने का लाभ भी मिल रहा है।
- इस योजना के माध्यम से अनुसूचित जाति जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को 70% तक की अनुदान राशि उपलब्ध करवाई जाती है जिससे वह बेहतर मछली पालन व्यवसाय शुरू कर सके।
- इस योजना के अंतर्गत अन्य सामान्य वर्ग के लोगों को 40% तक की सब्सिडी जाती है।
- योजना के माध्यम से किसानो को खेतों में तालाब बनाने तथा उसके रखरखाव के लिए भी प्रशिक्षित किया जाता है।
- योजना के अंतर्गत बिहार के मछुआरों के जीवन स्तर को बेहतर करने की कोशिश की जा रही है जिससे वह ज्यादा से ज्यादा मछली पालन कर सके और ज्यादा लाभ अर्जित कर सके ।
- इस योजना के अंतर्गत सरकार कोशिश कर रही है कि मत्स्य पालन व्यवसाय में वृद्धि हो सके और और बिहार से ज्यादा से ज्यादा मछलियां बाहर भेजी जा सके।
- इस योजना के अंतर्गत मछुआरों और मत्स्य किसानो की आय दुगनी करने में मदद की जा रही है जिससे पशुपालकों को बेहतर जीवन स्तर मिल रहा है।
- इस योजना के माध्यम से मछली के प्रबंधन और उसकी गुणवत्ता में भी सुधार किया जा रहा है ।
- योजना के अंतर्गत मछुआरों को उच्च गुणवत्ता वाले मछली के बीज दिए जा रहे हैं जिससे मछुआरे उच्च गुणवत्ता वाली मछलियों का पालन कर रहे हैं।
बिहार मत्स्य पालन योजना लक्ष्य (Matsya Palan Yojana Goal)
बिहार मत्स्य पालन योजना के माध्यम से संपूर्ण राज्य में करीबन 55 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा करने की कोशिश की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत अगले 5 सालों में मत्स्य उत्पादन में 70 लाख टन की वृद्धि करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
मछली पालन योजना के अंतर्गत मछली निर्यात से होने वाली आय को करीबन 1 लाख करोड रुपए तक पहुंचाने का लक्ष निर्धारित किया गया है। इस योजना के अंतर्गत मत्स्य पालन करने वाले मछुआरों को बीमा का लाभार्थी भी बनाया जाता है।
जिससे दुर्घटना के शिकार हुए मछुआरों को आर्थिक सहायता मिल सके। इस योजना के अंतर्गत अगले 5 सालों में संपूर्ण राज्य में मत्स्य उत्पादन में वृद्धि कर मर्चेंट निर्यात को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है।
बिहार मत्स्य पालन योजनाएं महत्वपूर्ण घटक
- बिहार मत्स्य पालन योजना के अंतर्गत संपूर्ण बिहार में एक्वाकल्चर सिस्टम की स्थापना की जा रही है।
- इस एक्वाकल्चर सिस्टम के अंतर्गत संपूर्ण बिहार में बायोप्स तालाबों का निर्माण किया जा रहा है।
- बिहार मत्स्य पालन योजना के अंतर्गत जलीय कृषि के लिए खेतों में तालाबों का निर्माण करवाया जा रहा है ।
- योजना के माध्यम से जलाशय और आद्र भूमि में कैग की स्थापना भी की जा रही है ।
- योजना के अंतर्गत मछलियों के लिए बेहतर चारा उपलब्ध करवाया जा रहा हैं ।
- इस योजना के अंतर्गत बर्फ और कोल्ड स्टोरेज जैसी सुविधाएं भी प्रदान की जा रही है ।
- योजना के माध्यम से मछुआरों को अथवा मछली पालन करने वाले किसानों को मोटरसाइकिल के साथ बर्फ बॉक्स भी सब्सिडाइज दरों पर दी जा रही है।
- इसके साथ ही तीन पहिया गाड़ी में लगे बर्फ बॉक्स भी प्रदान किया जा रहे हैं।
- इस योजना के अंतर्गत ब्रीड बैंक की स्थापना भी की गई है जिससे बेहतर मछली उत्पादन हो सके।
- वही मछलियों के लिए तालाबों में फीड पौधों की उपलब्धता भी योजना में सुनिश्चित की जाती है।
बिहार मछली पालन योजना पात्रता मानंदण्ड (Machli Palan Yojana Eligibility)
बिहार मछली पालन योजना के अंतर्गत निम्नलिखित पात्रता मापदंड प्रत्येक आवेदक के लिए जाँचने आवश्यक है।
- इस Machli Palan Yojana Bihar के अंतर्गत आवेदन करने वाला आवेदन बिहार का निवासी होना चाहिए।
- योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाला आवेदक बिहार का किसान अथवा पशुपालक होना जरूरी है ।
- बिहार मत्स्य पालन योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाले आवेदक के पास में ट्यूबवेल और पंप सेट आधीस्थापन हेतु न्यूनतम 40 एकड़ जल क्षेत्र का तालाब होना जरूरी है।
- योजना के अंतर्गत यदि आवेदक अपने खेत में तालाब बनवाना जाता है तो आवेदक के पास में न्यूनतम 0.40 एकड़ से अधिकतम एक एकड़ की भूमि होनी आवश्यक है।
- इस योजना के अंतर्गत आवेदक यदि पठारी क्षेत्र में तालाब बनवाना जाता है तो आवेदन के पास में 0.50 एकड़ भूमि होनी जरूरी है।
- आवेदक मुख्यमंत्री योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करना जाता है तो आवेदक के पास प्रखंड स्तरीय 8000 वर्ग फीट और फ्रेंचाइजी स्तर पर 4000 वर्ग फीट की भूमि होनी आवश्यक है।
- बिहार मत्स्य पालन योजना के अंतर्गत आवेदक के पास में जाति प्रमाण पत्र होना आवश्यक है।
- इस योजना के अंतर्गत यदि आवेदक मत्स्य बीज योजना का लाभ प्राप्त करना चाहता है तो आवेदक के पास में एक इकाई जितनी भूमि होना आवश्यक है।
- इस योजना के अंतर्गत आवेदक के पास में मछली पालन के लिए संपूर्ण महत्वपूर्ण दस्तावेज होने जरूरी है ।
बिहार मत्स्य पालन योजना आवश्यक दस्तावेज (Matsya Palan Yojana Document List)
Bihar Matsya Palan Yojana के अंतर्गत आवेदक को निम्नलिखित दस्तावेज मूल रूप से संलग्न करने होंगे
- आवेदक का आधार कार्ड
- आवेदक का निवास प्रमाण पत्र
- आवेदक की भूमि हेतु संपूर्ण दस्तावेज
- आवेदक के ट्यूबवेल और पंप सेट
- आवेदक का जाति प्रमाण पत्र
- आवेदक का आय प्रमाण पत्र
- आवेदक का बैंक खाता विवरण
- आवेदक का बिहार राज्य निवासी प्रमाण पत्र
- आवेदक के तालाब हेतु संपूर्ण महत्वपूर्ण दस्तावेज
बिहार मध्य प्रदेश योजना मध्य बालक और मछुआरों का पंजीकरण (Matsya Palan Yojana Registration)
बिहार मत्स्य पालन योजना के अंतर्गत मध्य फलों और मछुआरों को पंजीकरण करने हेतु निम्नलिखित प्रक्रिया पूरी करनी होगी
- सबसे पहले आवेदक को बिहार मछली पालन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट fisheries.bihar.gov.in पर जाना होगा।
- अधिकारी वेबसाइट के होम पेज पर आवेदक को मत्स्य पालकों को पंजीकरण के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इस विकल्प पर क्लिक करते ही आवेदक के सामने पंजीकरण फार्म आ जाता है।
- आवेदक को यहां सभी मूलभूत विवरण उपलब्ध करवाने होंगे।
- इन विवरण के अंतर्गत आवेदन को व्यक्तिगत विवरण ,निवास प्रमाण पत्र ,बैंक खाता विवरण जैसी संपूर्ण जानकारी भर सबमिट कर देना होगा।
- जानकारी भरने की बाद आवेदक को मोबाइल नंबर सत्यापित करना होगा ।
- मोबाइल नंबर सत्यापित होने के पश्चात आवेदक को योजना के लिए लॉगिन क्रैडेंशियल्स मिल जाते हैं।
- आवेदक अब इस पोर्टल पर पंजीकरण प्रक्रिया पूरी कर योजनाओं का लाभ ले सकता है।
बिहार मत्स्य पालन योजना लॉगिन (Matsya Palan Yojana Login)
- बिहार मत्स्य पालन योजना में पंजीकरण पूरा होने के पश्चात योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आवेदक को पोर्टल पर लॉगिन करना आवश्यक होता है।
- लोगिन करने के लिए आवेदक को बिहार मत्स्य पालन योजना के आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- आधिकारिक वेबसाइट के होम पेज पर आवेदन को मत्स्य योजना हेतु आवेदन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इस विकल्प पर क्लिक करने के पश्चात आवेदन को पहले से ही पंजीकृत है तो लॉगिन करें के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इस विकल्प पर क्लिक करने के पश्चात आवेदक को अपना यूजर नेम रजिस्ट्रेशन नंबर मोबाइल नंबर दर्ज कर पासवर्ड भरना होगा।
- पासवर्ड भरने के बाद आवेदक इस पोर्टल पर लॉगिन कर लेता है ।
- पोर्टल पर लोगिन करने के बाद आवेदक मत्स्य पालन योजना के अंतर्गत किस योजना का लाभ लेना चाहता है आवेदक उस योजना के फॉर्म को भरकर दस्तावेज संलग्न कर पोर्टल पर सबमिट कर सकता है।
बिहार मत्स्य पालन बीमा योजना (Bihar Matsya Palan Bima Yojana)
बिहार Matsya Palan Yojana के अंतर्गत आवेदक यदि बीमा योजना का लाभ उठाना चाहता है तो आवेदक को निम्नलिखित प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
- सबसे पहले आवेदक को बिहार मत्स्य पालन योजना के आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- अधिकारी वेबसाइट के होम पेज पर आवेदक को बीमा योजना हेतु आवेदन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इस विकल्प पर क्लिक करने के लिए करने के पश्चात आवेदक को पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
- पंजीकरण करने की बाद आवेदक को पोर्टल पर लॉगिन करना होगा और बीमा योजना के लिए आवेदन करना होगा।
- इस प्रकार वे सभी मध्य पलक जो बीमा योजना का लाभ उठाना चाहते हैं वह अधिकारी वेबसाइट से बीमा योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
बिहार मत्स्य पालन योजना फॉर्म डाउनलोड (Matsya Palan Yojana Form Download)
बिहार Matsya Palan Yojana के अंतर्गत आवेदन यदि आवेदक यदि एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करना चाहता है तो आवेदक को निम्नलिखित प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
- सबसे पहले आवेदक को बिहार मत्स्य पालन योजना के आधिकारिक वेबसाइट फिशरीज डॉट bihar.gov.in पर जाना होगा ।
- इस अधिकारी वेबसाइट के होम पेज पर आवेदक को डाउनलोड एप्लीकेशन फॉर्म का विकल्प दिखाई देगा आवेदक को इस विकल्प पर क्लिक कर देना होगा ।
- इसके बाद आवेदक के सामने विभिन्न विकल्प आ जाते हैं आवेदक जिस योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहता है आवेदक को उस योजना पर क्लिक करना होगा और उस योजना का फॉर्म डाउनलोड कर लेना होगा।
- आवेदक इस योजना के फॉर्म को डाउनलोड कर सावधानी पूर्वक संपूर्ण विवरण भरने के पश्चात नजदीकी मत्स्य विभाग केंद्र में जाकर जमा कर इस योजना का लाभ उठा सकता है।
Conclusion of Bihar Matsya Palan Yojana
इस प्रकार वे सभी बिहार राज्य के किसान तथा मत्स्य पालक जो मछली पालन व्यवसाय करना चाहते हैं और इस व्यवसाय को करने के लिए सरकार द्वारा आर्थिक अनुदान प्राप्त करना चाहते हैं वह इस योजना का संपूर्ण विवरण जानने के पश्चात योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
जानकारी के लिए बता दे बिहार मत्स्य पालन योजना के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है जिसके बारे में संपूर्ण विवरण पोर्टल पर उपलब्ध करवाया गया है। मत्स्य पालक किसान अपनी आवश्यकता अनुसार विभिन्न योजनाओं में आवेदन कर सरकार द्वारा मछली पालन से लेकर तालाब के रखरखाव तथा मछली के जाने के लिए भी सब्सिडी प्राप्त कर सकता है।
कुल मिलाकर इस संपूर्ण योजना के माध्यम से बिहार राज्य में मछली पालन व्यवसाय में वृद्धि करने की उम्मीद जताई जा रही है जिसके लिए बिहार सरकार मुझे वाले को की हर मुमकिन मदद कर रही है जिससे वह मछली पालन में बेहतर प्रदर्शन कर सके।
FAQs of Bihar Matsya Palan Yojana
✔️ बिहार मत्स्य पालन योजना क्या है?
बिहार मत्स्य पालन योजना बिहार सरकार की एक महत्वपूर्ण योजनाएं जिसके माध्यम से राज्य में मत्स्य पालन व्यवसाय को बढ़ावा दिया जा रहा है।
✔️ बिहार मत्स्य पालन योजना में क्या तालाब मत्स्यकी विकास का लाभ भी दिया जाता है?
जी हां, बिहार मत्स्य पालन योजना के अंतर्गत बिहार राज्य के मत्स्य पलकों को तालाब मछली विकास योजना का लाभ भी दिया जाता है।
✔️ बिहार मत्स्य पालन योजना के अंतर्गत क्या पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार भी किया जाता है?
जी हां इस योजना के अंतर्गत पुराने तालाबों के जीणोद्धार के लिए भी आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
✔️ बिहार मत्स्य पालन योजना के अंतर्गत आवेदकों को कितने प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है?
बिहार मत्स्य पालन योजना के अंतर्गत आवेदकों को मत्स्य पालन योजना के अंतर्गत 100% तक की सब्सिडी जाती है। वही मत्स्य पालन में तालाब विकास योजना में 50 से 70% सब्सिडी मत्स्यकी विकास योजना में 70% की सब्सिडी ,पठारी क्षेत्र में तालाब निर्माण करने पर 80% की सब्सिडी, तालाब रखरखाव और विकास के योजना पर 30 से 40% की सब्सिडी दी जाती है।