Chhat Par Bagwani Yojana 2024: Eligibility, Benefits, Documents, List, Subsidy & Apply Online

आज जिस योजना के बारे में हम चर्चा करने वाले हैं वह है बिहार हॉर्टिकल्चर विभाग द्वारा शुरू की गई महत्वपूर्ण योजना Bihar Chhat Par Bagwani Yojana। यह योजना बिहार सरकार और बिहार हॉर्टिकल्चर विभाग के द्वारा शुरू की गई मुख्य योजना है। इस योजना के माध्यम से बिहार सरकार लोगों को उनके घरों पर पौधे लगाने और बागवानी करने के लिए प्रोत्साहन दे रही है।
इस Chhat Par Bagwani Yojana 2024 के अंतर्गत आवेदक अपने घरों पर सरकार द्वारा दी गई सब्सिडी राशि का इस्तेमाल कर पौधे लगा सकते हैं और उनका रखरखाव कर सकते हैं। आज हम इसी योजना के बारे में विस्तारित रूप से चर्चा करने वाले हैं तो चलिए शुरू करते हैं।
Bihar Jal Jeevan Hariyali Yojana
बिहार छत पर बागवानी योजना क्या है? (Bihar Chhat Par Bagwani Yojana Kya Hai?)
जैसा कि हम सब जानते हैं हर राज्य सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि राज्य में हरियाली बनी रहे। हरियाली पर्यावरण के लिए बेहद जरूरी घटक होती है। राज्य में जितनी हरियाली होगी उतना ही ज्यादा राज्य का पर्यावरण सुरक्षित होगा और राज्य सुंदर और हरा भरा दिखाई देगा।
हरियाली हमारे पर्यावरण की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी घटक होती है। हरियाली की वजह से ही मौसम ठंडा रहता है और बारिश भी भरपूर होती है। ऐसे में रास्तों के किनारो और बीचों बीच झाड़ लगाने के लिए सरकार विभिन्न प्रकार के प्रयत्न कर रही है। परंतु इस क्रम में एक नई योजना को भी शामिल किया गया है जिसके माध्यम से बिहार के शहरी क्षेत्र में हरियाली को बढ़ावा दिया जा रहा है।
Chhat Par Bagwani Yojana Bihar के माध्यम से बिहार राज्य के शहरी क्षेत्र में लोगों को उनके घरों की छतों पर पौधे लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है और छत पर पौधे लगाने की कुल लागत का 50% या अधिकतम ₹25000 सब्सिडी के रूप में दिए जा रहे हैं।
बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई इस छत पर बागवानी योजना के माध्यम से लोगों को उनके घरों पर पौधे लगाने के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। इस आर्थिक सहायता की मदद से लोग अपने घरों अथवा फ्लैट के छात्रों पर या बालकनी में जैविक फल और सब्जियां उगा सकते हैं जिससे वह अपने घर पर ही बागवानी कर सब्जियां फल और फूल प्राप्त कर सकते हैं वहीं साथ ही साथ पर्यावरण को भी बेहतर बना सकते हैं।
Overview Bihar Chhat Par Bagwani Yojana 2024
योजना | बिहार छत पर बाग़वानी योजना |
वर्ष | 2024 |
राज्य | बिहार |
विभाग | बिहार कृषि विभाग निदेशालय |
उद्देश्य | शहरों में छतों पर खेती के लिए प्रोत्साहन |
लाभ राशि | 50,000 तक सब्सिडी |
प्रकार | फार्मिंग बेड
गमले में खेती |
आवेदन | ऑनलाइन |
वेबसाइट | Horticulture.bihar.in |
बिहार छत पर बागवानी योजना संक्षिप्त विवरण
जैसा कि हम सब जानते हैं धीरे-धीरे शहरीकरण की वजह से शहरों में हरियाली कम होती जा रही है। ऐसे में शहरों में पर्यावरण में बदलाव देखने को मिल रहा है जहां न ठंडी छांव है ना मौसम में किसी प्रकार की कोई नमी। इसके विपरीत गांव में हरियाली होने की वजह से वहां जगह-जगह पेड़ों की छांव होती है और मौसम काफी खुशनुमा होता है।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए बिहार कृषि विभाग ने बिहार के शहरी इलाकों में सीमित जगह होने के बावजूद भी छतों पर फल फूल और सब्जियों की खेती को बढ़ावा देने की योजना शुरू की है।
इस योजना के माध्यम से दो काम एक साथ हो जाएंगे। एक तो घरों की छतों पर हरियाली होगी वहीं दूसरी ओर अपने ही घर पर फल फूल और सब्जियों की खेती कर लोग ऑर्गेनिक फल फूल और सब्जी प्राप्त कर सकेंगे जिससे लोगों में प्रोत्साहन और ज्यादा बढ़ेगा।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए बिहार सरकार शहरी इलाकों में सीमित जगह होने के बावजूद भी घरों की छतों पर फल फूल और सब्जियों की खेती को बढ़ावा दे रही है। वहीं इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाले आवेदक जिनके पास में खुद का घर है या वे किसी अपार्टमेंट में रह रहे हैं उन्हें योजना के अंतर्गत बागवानी करने के लिए सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है।
सब्सिडी राशि की यदि बात करें तो इस योजना के अंतर्गत आवेदक को कुल लागत का 50% या ₹25000 दोनों में से जो भी अधिक हो वह राशि सब्सिडी के रूप में दी जाती है।
बिहार छत पर बागवानी योजना के लाभ (Bihar Chhat Par Bagwani Yojana Benefits)
- Chhat Par Bagwani Yojana Bihar के मुख्य लाभ इस प्रकार से हैं इस योजना के माध्यम से शहरी इलाकों में हरियाली सुनिश्चित की जा रही है।
- योजना के अंतर्गत लोगों को उनके घरों की छतों पर कृषि करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है जिससे फल फूल और सब्जियां वे घर पर ही प्राप्त कर सके।
- इस योजना के अंतर्गत सरकार लोगों को बागवानी करने के लिए सब्सिडी प्रदान कर रही है
- योजना के माध्यम से लाभार्थी को ₹25000 या 50% की लागत राशि दी जा रही है।
- इस योजना के अंतर्गत 30% महिलाओं की भागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है।
- वहीं योजना के अंतर्गत 16% अनुसूचित जाति जनजाति से भी भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।
- इस योजना के अंतर्गत लोगों को छत पर बागवानी करने के लिए सरकार द्वारा तकनीकी सहायता भी प्रदान की जाएगी जिसमें हर 18 महीने में दो बार तकनीकी सहयोग दिया जाएगा।
- योजना के अंतर्गत लोग अपने ही घर पर ऑर्गेनिक फल फूल सब्जियां उगाकर अपनी आय की बचत कर सकते हैं।
- इस योजना की वजह से लोग अपनी छतों को सुंदर बना सकते हैं वहीं हरियाली पूर्ण वातावरण भी निर्मित कर सकते हैं।
बिहार छत पर बागवानी योजना का उद्देश्य (Chhat Par Bagwani Yojana Bihar Objective)
- बिहार छत पर बागवानी योजना के माध्यम से संपूर्ण बिहार राज्य में जगह की कमी को देखते हुए शहरी इलाकों में छतों पर खेती करने की योजना प्रचलित की प्रसारित की जा रही है।
- इस योजना के माध्यम से शहरी इलाकों में कृषि को प्रोत्साहन दिया जा रहा है l।
- वहीं इस योजना के अंतर्गत कोशिश की जा रही है कि लोग अपने छात्रों और अपार्टमेंट के बालकनी में फल फूल और कार्बनिक सब्जियां उगा सके।
- इस योजना के अंतर्गत फिलहाल संपूर्ण बिहार के पांच राज्यों में योजना को लागू किया गया है ।
- योजना के अंतर्गत लोगों को उनके घरों की छतों,बालकनी पर कृषि करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु आर्थिक सहायता दी जा रही है।
बिहार छत पर बागवानी योजना पात्रता मापदंड (Bihar Chhat Par Bagwani Yojana Eligibility Criteria)
बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत आवेदक को निम्नलिखित पात्रता में आवेदन सुनिश्चित करनी होगी
- आवेदक मूल रूप से बिहार का निवासी होना चाहिए।
- आवेदक जिन पांच जिलों में छत पर बागवानी योजना शुरू की गई है पांच उन पांच जिलों में से किसी एक जिले का निवासी होना जरूरी है।
- इस योजना के अंतर्गत आवेदक के पास खुद का घर या अपार्टमेंट होना आवश्यक है।
- योजना के अंतर्गत आवेदक के घर पर 300 स्क्वायर फीट की खाली जगह होनी आवश्यक है।
- आवेदक यदि अपार्टमेंट में रह रहा है तो उसे समिति का noc भी हासिल करना होगा।
- इस योजना के अंतर्गत आवेदक को पौधे लगाने के बाद रखरखाव की जिम्मेदारी खुद लेनी होगी।
- योजना के अंतर्गत आवेदक अधिकतम दो निजी निवास के लिए योजना में आवेदन कर सकता है।
- योजना के अंतर्गत 30% महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की गई है।
- वहीं इस योजना में 16% अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों को भी प्राथमिकता दी जाएगी।
- इस योजना के अंतर्गत आवेदक को अपने घर की छतों पर ऑर्गेनिक फल फूल सब्जियां इत्यादि ही उगने होंगे ।
- इसके अलावा किसी भी प्रकार की अवैध खेती करने पर प्रतिबंध होगा।
बिहार छत पर बागवानी योजना आवश्यक दस्तावेज (Bihar Chhat Par Bagwani Yojana Important Documents List)
बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत निम्नलिखित दस्तावेज आवेदक को मूल रूप से संलग्न करने होते हैं
- आवेदक का आधार कार्ड
- आवेदक का पहचान पत्र
- आवेदक का निवास प्रमाण पत्र
- आवेदक के घर के स्वामित्व के दस्तावेज
- आवेदक जिस अपार्टमेंट में रहता है उस अपार्टमेंट का noc
- आवेदक के भूमि के दस्तावेज
- आवेदक का पैन कार्ड
- आवेदक का जाति प्रमाण पत्र
- आवेदक का आय प्रमाण पत्र
- आवेदक का पासपोर्ट साइज फोटो
- आवेदक का वैध मोबाइल नंबर
बिहार छत पर बागवानी योजना जिलावर सूची (Bihar Chhat Par Bagwani Yojana District List)
बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत फिलहाल संपूर्ण बिहार से 5 जिलों में इस योजना को लागू किया गया है। इन पांच जिलों से आवेदन आमंत्रित किया जा रहे हैं और योजना के अंतर्गत आवेदकों को आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है जिससे वह अपने घरों की चो पर कृषि कर सके।
यह पांच जिले इस प्रकार से है:
- पटना : पटना सदर ,दानापुर ,फुलवारी
- गया : गया शहर ,बोधगया, मानपुर
- मुजफ्फरपुर: मुसहरी ,कांति
- नालंदा :बिहार शरीफ
- भागलपुर: जगदीशपुर ,नाथनगर ,सबौर
छत पर बागवानी योजना प्रमुख घटक (Chhat Par Bagwani Yojana Component)
बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा लोगों को निम्नलिखित वस्तुएं भी प्रदान की जाती हैं
- योजना के अंतर्गत आवेदकों को पोर्टेबल फार्मिंग सिस्टम के कुल 3 इंस्ट्रूमेंट दिए जाते हैं ।
- वही फ्रूट बैंक के अंतर्गत 10 फ्रूट बैंक उपलब्ध कराए जाते हैं।
- इसी के साथी छत पर बागवानी करने के लिए 15 प्लास्टिक पॉइंट ,4 ऑर्गेनिक किट ,3 सैपलिंग ट्रे जिसमें 100 सब्जियों के पौधे होते हैं। वहीं 2 खुरपियां जिससे मिट्टी को खुरेदा और ऊपर नीचे किया जा सके ,वहीं पौधों को पानी डालने के लिए एक हैंड स्प्रेयर ,10 फलों के पौधे और जरूरत पड़ने पर लोगों को उनके घरों में ड्रिप सिस्टम भी स्थापित करवा कर दिए जाते हैं
बिहार छत पर बागवानी योजना पौधों के प्रकार (Chhat Par Bagwani Yojana Types of plants)
बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत निम्नलिखित पौधों को लोग अपने छतों पर उगा सकते हैं
- सब्जी : सब्जियों में बैंगन ,टमाटर ,गोभी ,मिर्च ,गाजर ,मूली ,पत्तेदार सब्जी ,भिंडी ,कद्दू इत्यादि सब्जियां लोग अपने छात्रों पर उगा सकते हैं।
- फल : फलों की बात की जाए तो लोग अपने छतों पर कागजी नींबू, पपीता ,आम ,अनार ,अंजीर इत्यादि फल उगा सकते हैं ।
- औषधि : औषधयों की बात करें तो लोग अपने घरों की छतों पर एलोवेरा, कड़ी पत्ता, वासका ,अश्वगंधा ,लेमनग्रास ,ब्राह्मी, गिलोय इत्यादि पौधे उग सकते हैं।
बिहार छत पर बागवानी योजना सब्सिडी राशि (Chhat Par Bagwani Yojana Subsidy Amount)
- बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत आवेदक को दो प्रकार से सहायता दी जाती है।
- इस योजना के अंतर्गत आवेदक को फार्मिंग बेड योजना के अंतर्गत खेती करने के लिए भी आर्थिक सहायता दी जाती है।
- अथवा गमले की योजना के लिए भी सब्सिडी राशि प्रदान की जाती है।
- दोनों ही योजनाओं में 75% राशि सरकार के रूप में तरफ से दी जाती है और अन्य 25% राशि का वहन आवेदक को खुद करना होता है।
- फार्मिंग बेड योजना फार्मिंग बेड योजना के अंतर्गत आवेदक को छत पर मिट्टी के फार्मिंग बेड तैयार कर उसे पर खेती करने के लिए सहायता की जाती है ।
- इस योजना के अंतर्गत प्रति यूनिट 300 वर्ग फुट की लागत राशि ₹50000 ही होती है जिसमें से 37500 की सब्सिडी सरकार देती है शेष 12500 लाभार्थी को खर्च उठाना पड़ता है।
- इस योजना के अंतर्गत एक निजी आवास में दो यूनिट तक का लाभ आवेदक उठा सकता है।
- गमले की योजना के अंतर्गत आवेदक को गमले की संख्या के अनुसार खेती करने की सब्सिडी दी जाती है ।
- इस योजना में आवेदक ₹10000 तक की लागत लगा सकता है जिसमें 7500 की सब्सिडी सरकार देती है और 2500 आवेदक को खुद अपने जेब से लगाने होते हैं।
छत पर बागवानी योजना चयन प्रक्रिया (Chhat Par Bagwani Yojana Selection Process)
- बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत आवेदकों से आवेदन प्राप्त होने के पश्चात अधिकारियों द्वारा प्राथमिकता के आधार पर आवेदकों का चयन किया जाता है ।
- जिसमें लॉटरी सिस्टम के आधार पर लोगों के नाम निकाले जाते हैं ।
- और पहले आओ पहले पाओ के आधार पर भी कई बार चयन प्रक्रिया पूरी की जाती है ।
- चयनित उम्मीदवारों की एक सूची बनाई जाती है और इस आधार पर आवेदकों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है।
छत पर बागवानी प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता (Rooftop Gardening Training and Technical Support)
- बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को छत पर खेती करने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता भी प्रदान की जाती है ।
- इस प्रशिक्षण के अंतर्गत आवेदकों को बीज चुनने की कला सिखाई जाती है।
- वही रोपण, खाद प्रबंधन ,सिंचाई प्रबंधन, किट और कीटाणुओं पर नियंत्रण कटाई आदि के तरीके सिखाए जाते हैं।
- योजना के अंतर्गत कुछ मामलों में कुछ कंपनियां रखरखाव के लिए तकनीकी सहायता भी प्रदान करती है ।
- वहीं लोगों को ड्रिप इरिगेशन सिस्टम उपकरण भी प्रदान किए जाते हैं ताकि वह अपने घरों में इसी तरह पौधों की सिंचाई कर सके।
बिहार छत पर बागवानी योजना आवेदन प्रक्रिया (Bihar Chhat Par Bagwani Yojana Application Process)
- Bihar Chhat Par Bagwani Yojana के अंतर्गत आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन माध्यम से ही की जा रही है।
- आवेदन करने के लिए आवेदक को सबसे पहले इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा ।
- आधिकारीक वेबसाइट के होम पेज पर आवेदक को इस योजना के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा ।
- योजना के ऑप्शन पर क्लिक करते ही आवेदक के सामने आवेदन फॉर्म आ जाता है आवेदक को इस आवेदन फार्म को सावधानी पूर्वक भरना होगा और जरूरी दस्तावेज स्कैन कर उपलब्ध कराने होंगे।
- दस्तावेज अपलोड करने के पश्चात आवेदक को सबमिट के बटन पर क्लिक करना होगा।
- सबमिट के बटन पर क्लिक करके आवेदक इस योजना के अंतर्गत आवेदन प्रक्रिया पूरी कर लेता है।
बिहार छत पर बागवानी योजना भविष्य (Bihar Chhat Par Bagwani Yojana Future)
Bihar Chhat Par Bagwani Yojana की वजह से बिहार के चुनींदा जिलों में हरियाली बढ़ रही है। वहीं इस योजना को फिलहाल केवल 5 राज्यों में चलाया जा रहा है सफलता प्राप्त होने पर इस योजना को सम्पूर्ण बिहार में लागू कर दिया जाएगा जिससे योजना को और ज्यादा सफलता प्राप्त होगी। वहीं योजना के माध्यम से घरों में अन्य प्रकार की फसलों को उगाने पर भी जोर दिया जाएगा जिससे ज्यादा से ज्यादा प्रकार की फसलें उगाने का लाभ लोग उठा सकेंगे।
बिहार छत पर बागवानी योजना सुझाव (Bihar Chhat Par Bagwani Yojana Suggestion)
- बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत वे आवेदक अपने घरों की छत पर बागवानी करना चाहते हैं उन सभी के लिए कृषि विभाग द्वारा कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी उपलब्ध करवाए गए हैं।
- इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक आवेदक को मिट्टी की गुणवत्ता और बीज के प्रकार का ध्यान रखना चाहिए ।
- योजना के अंतर्गत आवेदक को समय-समय पर मार्गदर्शन भी प्राप्त करते रहना चाहिए जिसमें वह कृषि विशेषज्ञ की मदद ले सकते हैं।
- इसके अलावा आवेदकों को अतिरिक्त फसल बेचने के लिए बाजार में भी अपने नेटवर्क बनाने चाहिए।
- इसके अलावा छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत आवेदक को यह सुनिश्चित करना चाहिए की छत पर पर्याप्त धूप आती हो और छत मजबूत हो।
- योजना के अंतर्गत आवेदक यदि गमले का चयन करता है तो गमले मिट्टी की जगह प्लास्टिक या फाइबर के भी हो सकते हैं।
- वहीं यदि आवेदक क्यारियां बना रहा है तो आवेदक को वॉटरप्रूफ का ध्यान रखना आवश्यक है।
- इसके अलावा आवेदक के लिए जरूरी है कि वह गोबर से बनी खाद कहीं उपयोग अपने छत पर करें ।
- इसके साथ ही समय-समय पर पौधों की कटाई और किटकों पर नियंत्रण भी रखें।
Conclusion of Chhat Par Bagwani Yojana
बिहार छत पर बागवानी योजना बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई एक सराहनीय पहल है जिसके माध्यम से शहरीकरण में हरियाली को बढ़ावा मिल रहा है। बल्कि वही साथ-साथ लोग अपने घरों की छतों पर ही फल फूल सब्जियां उगा पा रहे हैं और पर्यावरण को स्वस्थ बनाए रखने में सहयोग भी कर रहे हैं। वही साथ-साथ आवश्यकता के फल फूल और सब्जी में अपने घर से ही प्राप्त कर पा रहे हैं।
FAQs of Chhat Par Bagwani Yojana
✔️ बिहार छत पर बागवानी योजना क्या है?
बिहार छत पर बागवानी योजना बिहार कृषि विभाग द्वारा शुरू की गई महत्त्वपूर्ण योजना है जिसके माध्यम से बिहार के शहरों में छतों पर खेती की सुविधा आवेदकों को उपलब्ध करवाई जा रही है।
✔️ बिहार छत पर बागवानी योजना में कौन से दो प्रकार की खेती के लिए सब्सिडी दी जाती है?
बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत आवेदकों को फार्मिंग बेड योजना और गमले में खेती योजना की सब्सिडी दी जाती है।
✔️ बिहार छत पर बागवानी योजना की सब्सिडी राशि क्या है?
बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत फार्मिंग बेड खेती के अंतर्गत आवेदक को 50000 में से 37500 की आर्थिक सहायता दी जाती है वहीं गमले में खेती योजना में 10000 में से 7500 की आर्थिक सहायता सरकार द्वारा दी जाती है।
✔️ बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत क्या आवेदकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है?
जी हां बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत आवेदकों को प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता प्रदान की जाती है।
✔️ बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत कौन-कौन सी सब्जियां उगा सकता है?
बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत आवेदक अपने घर में कड़ी गाजर मिर्च नींबू कद्दू लौकी तुरई बैंगन जैसी सब्जियां उगा सकता है।
✔️ बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत क्या आवेदक अतिरिक्त या आवश्यकता से ज्यादा बची हुई फसल को बेच सकता है?
जी हां बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत आवेदक अपने छत पर रुकी हुई अतिरिक्त फसल को बाजार में बेचकर अतिरिक्त राय कमा सकता है।
✔️ क्या बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत बेची गई सब्जियों और फलों से आय प्राप्त कर सकते है?
हां, आप बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत बेची गई सब्जियों और फलों से आय प्राप्त कर सकते हैं। यह आपको अपनी आय बढ़ाने और स्वस्थ जीवन जीने में मदद करेगा।
✔️ बिहार छत पर बागवानी योजना के लिए आवेदन करने की समय सीमा क्या है?
इस योजना के लिए आवेदन करने की समय सीमा हर साल बदल सकती है। अधिक जानकारी के लिए कृषि विभाग की वेबसाइट या कार्यालय से संपर्क करें।
✔️ क्या बिहार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत मछली पालन को इस योजना में शामिल कर सकते है?
नहीं, फिलहाल यह योजना सिर्फ छत पर फल, सब्जियां और जड़ी-बूटियां उगाने के लिए है। मछली पालन इस योजना में शामिल नहीं है।