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Amrit Brikshya Andolan 2024: Objective, Benefits, Eligibility, Registration, App Download & Helpline

नमस्कार दोस्तों Meriyojana.com में आप सभी का स्वागत है। आज जिस योजना के बारे में हम चर्चा करने वाले हैं वह है उड़ीसा राज्य सरकार द्वारा शुरू की गया महत्वपूर्ण Amrit brikshya Andolan इस आंदोलन का मुख्य लक्ष्य संपूर्ण उड़ीसा राज्य में वृक्षारोपण करवाना है।

वहीं नागरिकों को वृक्षारोपण हेतु प्रेरित करना है ताकि ज्यादा से ज्यादा हरियाली सुनिश्चित की जा सके जिससे पर्यावरण को लाभ प्राप्त होगा। आज के इस लेख में हम इसी महत्वपूर्ण आंदोलन के बारे में विस्तारित रूप से बताने वाले हैं तो चलिए शुरू करते हैं।

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अमृत वृक्ष आंदोलन योजना क्या है? (Amrit Brikshya Andolan Kya Hai?)

हम सब जानते हैं कि पेड़ हमारे लिए कितने महत्वपूर्ण हैं, ये पेड़ हमारे पर्यावरण के लिए सबसे ज्यादा महत्व रखते हैं। जिस तरह इंसान के जीवित रहने के लिए आक्सिजन जरूरी होती है, उसी तरह पर्यावरण के फलने फूलने के लिए पेड़ बहुत ही  ज्यादा जरूरी होते हैं। 

इस महत्व को समझते हुए असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा ने जन भागीदारी अभियान के अंतर्गत “अमृत वृक्ष आंदोलन” की शुरुआत की। इस आंदोलन की शुरुआत 8 जून 2023 की  गई।

Amrit brikshya Andolan Yojana 2024 मे पिछले वर्ष लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था और लगभग 48 लाख लोगों ने मोबाइल एप के जरिए इस आंदोलन मे भाग लेकर इसे सफल बनाया। 

इस अभूतपूर्व योगदान के चलते यह आंदोलन 9 गिनीज़ वर्ल्ड रेकॉर्ड्स बनाने मे सफल रहा था ।

इस आंदोलन की इसी सफलता को भुनाते हुए इस बार अमृत वृक्ष आंदोलन में असम सरकार ने “माँ” के समर्पण को सम्मानित करते हुए उनके सम्मान मे “एक पेड़ माँ के नाम” कैम्पेन को शुरू करने का फैसला किया है। 

विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर हमारे देश के माननीय पधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने इस कैम्पेन की शुरुआत की और सभी को इस अमृत वृक्ष आंदोलन में भाग लेकर इसे ज्यादा से ज्यादा सफल बनाने की अपील की। 

असम के मुख्यमंत्री श्री हेमंत बिस्वा ने भी लोगों से अपील की कि लोग कम से कम एक पेड़ अपनी माँ के नाम लगाकर अपने आस पास के पर्यावरण सरक्षण मे अपना योगदान सुनिश्चित करें। 

अमृत वृक्ष आंदोलन योजना 2.0 क्या है? (Amrit brikshya Andolan 2.0 Kya Hai?)

पिछले वर्ष इस आंदोलन की सफलता ने सभी को बहुत उत्साहित कर दिया था और अब असम सरकार इस उत्साह को पूरी तरह से भुनाना चाहती है जिससे इस आंदोलन को और व्यापक रूप से फैलाया जा सके।

पिछली बार इस आंदोलन के तहत 1 करोड़ बीज रोपड़ का लक्ष्य रखा गया था जिसे इस वर्ष बढ़ाकर 3 करोड़ बीज रोपड़ कर दिया गया है । पिछले वर्ष की भारी सफलता ने ही ऐसा आत्मविश्वास दिया है कि लक्ष्य को तीन गुना तक बढ़ा दिया गया है। 

इस बार 1 अगस्त से 15 अगस्त तक बीज रोपण का यह योजना किया जाएगा जिसमें सभी की भागीदारी इस लक्ष्य को प्राप्त करने मे महत्वपूर्ण साबित होगी।

ये आंदोलन असम की वृक्ष आधारित अर्थव्यवस्था के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होगा और विकास के साथ साथ पर्यावरण संतुलन को भी स्थापित करेगा।

अमृत वृक्ष आंदोलन योजना के उद्देश्य (Objective of Amrit Brikshya Andolan)

Amrit brikshya Andolan Yojana असम सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी वृक्षारोपण पहल है।

इस आंदोलन के चार मुख्य उद्देश्य हैं:

अमृत वृक्ष आंदोलन का सबसे पहला लक्ष्य पूरे असम में तीन करोड़ पौधे लगाना है, जिससे जंगली वृक्षों के अलावा भी वृक्षों का एक अच्छा खासा खाका तैयार किया जा सकता है। ये एक तरह की बचत योजना जैसा है कि जितने वृक्ष हमारे जंगलों मे हैं वो तो हमारे पास हैं ही, और अलग से हमने इतनी बड़ी मात्रा मे वृक्षारोपण करके कई सारे और जंगल तैयार कर दिए जो आबादी के साथ साथ फैले हुए हैं। 

इस योजना का उद्देश्य प्रतिभागियों को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान करना भी है, जिससे वृक्षारोपण में उनकी सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित किया जा सके और उनको इस कार्यक्रम के प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूक बनाया जा सके। 

पेड़ों के विकास को प्रोत्साहित करके, आंदोलन का लक्ष्य राज्य के भीतर वृक्ष-आधारित अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करना, स्थायी आजीविका और आय के अवसर पैदा करना है।जिससे राज्य मे रोजगार के नए नए मौके बनें और लोगों को उनके गृह राज्य मे ही रोजगार उपलब्ध हो पाए। 

एक मुख्य उद्देश्य राज्य के समग्र पर्यावरणीय कल्याण में योगदान करते हुए राज्य के घनत्व के अनुसार हरियाली को बढ़ाना है। जब हारीयाली मे बढ़ोत्तरी होगी तो वन्यजीव संरक्षण भी अपने चरम पर पहुंचेगा।

असम अमृत वृक्ष आंदोलन योजना के लाभ (Benefits of Amrit brikshya Andolan)

  • पेड़ लगने का सीधा स मतलब है हरियाली जितने ज्यादा वृक्ष लगते जाएंगे उतनी ज्यादा हरियाली बढ़ती जाएगी और साथ राज्य एक स्वास्थ वातावरण की तरफ बढ़ता जाएगा।
  • प्राकर्तिक संतुलन होने पर आपदाएं नहीं आएंगी और सभी तरफ हरियाली आने से मनोहर दृश्य भी देखने को मिलेंगे। 
  • इस आंदोलन मे भाग लेने वाले व्यक्तियों और समूहों को निःशुल्क पौध प्राप्त होगी, जिससे उन सबकी आर्थिक बाधाएं दूर होंगी और अमृत वृक्ष आंदोलन में व्यापक भागीदारी भी सुनिश्चित होगी।
  • यह आंदोलन सक्रिय रूप से वृक्ष आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा और प्रोत्साहित करेगा, जिससे असम के लोगों के लिए विभिन्न आर्थिक अवसर खुलेंगे।
  • पौधारोपण करने और समर्पित पोर्टल/ऐप पर जियोटैग की गई तस्वीर अपलोड करने पर, प्रतिभागियों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। 
  • राज्य सरकार से 100 रु. वृक्ष रोपण के समय और इसके अतिरिक्त पौधों के जीवित रहने में सहायता करने के लिए तीसरे वर्ष में सरकार द्वारा 200 रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
  • अमृत वृक्ष आंदोलन में स्वयं सहायता समूहों, आशा कार्यकर्ताओं, शैक्षणिक संस्थानों और विभिन्न सामुदायिक निकायों सहित विभिन्न प्रकार के प्रतिभागी शामिल होंगे। 
  • यह सम्पूर्ण आंदोलन ही सहभागिता की नींव पर आधारित है सबके अथक प्रयासों और समर्पण से ये आंदोलन पिछले वर्ष से ज्यादा सफल हो सकता है। 

असम अमृत वृक्ष आंदोलन योजना के महत्वपूर्ण बिन्दु (Amrit brikshya Andolan Important Points)

  • यह पहल राज्य में वृक्ष अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी और लकड़ी आधारित उद्योग क्षेत्र में नए निवेश को आकर्षित करेगी क्योंकि अमृत वृक्ष आंदोलन के तहत लगाए गए पेड़ों से अगले 5-10 वर्षों की अवधि में राज्य की अर्थव्यवस्था में 5000 करोड़ रुपये  से अधिक जुड़ने की उम्मीद है। 
  • अमृत वृक्ष आंदोलन के तहत 2023 में 47,34,465 लाभार्थियों ने मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण किया है, पौधों के रोपण पर प्रति लाभार्थी 100 रुपये का प्रोत्साहन  डीबीटी मोड के माध्यम से भुगतान किया जायेगा तथा जियोटाइम-स्टैंप अपलोड करने पर प्रति लाभार्थी 200 रुपये की प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया गया । जिसे इस वर्ष बढ़ाया जाएगा। 
  • असम सरकार के अमृत वृक्ष आंदोलन से पर्यावरण संरक्षण के दीर्घकालिक लाभ मिलने और लोगों के स्वास्थ्य में सुधार के अलावा स्वच्छ और हरित विकास के लिए देश के मिशन को बढ़ावा मिलेगा।
  • वृक्षारोपण का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि वे कार्बन डाइऑक्साइड और ऑक्सीजन का आदान-प्रदान करते हैं। 
  • वृक्ष वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हानिकारक गैसों को न केवल अवशोषित करते हैं बल्कि जल प्रदूषण को भी नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पेड़ न केवल कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं बल्कि वातावरण से कई अन्य हानिकारक गैसों को भी अवशोषित करते हैं जिससे वातावरण को ताजगी मिलती है।
  • वृक्ष मृदा क्षरण/कटाव को रोकते है तथा भूमिगत जल स्तर को बनाये रखते हैं। अमृत वृक्ष आंदोलन इस प्रकार जल संरक्षण मे भी अपनी उपयोगिता साबित कर सकता है। 
  • पेड़ों पर फल लगते हैं जो पक्षियों, जानवरों और मनुष्यों के लिए भोजन का कार्य करते हैं।  वृक्ष गर्मी को कम करने में मदद करते हैं। 

असम अमृत वृक्ष आंदोलन योजना के पात्रता (Amrit brikshya Andolan Eligibility Criteria)

निवास: अमृत वृक्ष आंदोलन में भाग लेने के लिए आवेदकों को असम का स्थायी निवासी होना चाहिए।

जियोटैग की गई तस्वीरें: आर्थिक सहायता प्राप्त करने के लिए प्रतिभागियों को अमृत वृक्ष आंदोलन के पोर्टल या मोबाईल एप पर जियोटैग की गई तस्वीरें अपलोड करनी होंगी।

समूहों की भागीदारी – अमृत वृक्ष आंदोलन स्वयं सहायता समूहों, आशा कार्यकर्ताओं, शैक्षणिक संस्थानों, ग्राम रक्षा पार्टी के सदस्यों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, चाय बागान श्रमिकों और व्यक्तियों सहित विभिन्न समूहों से भागीदारी को आमंत्रित करता है।

इन समूहों के पास पहले से ही अच्छा खास नेटवर्क होता है। ये लोगों तक अपनी बात आसानी से पहुचा पाते हैं इसलिए राज्य सरकार ऐसे समूहों से विशेष निवेदन करती है कि वे इस अमृत वृक्ष आंदोलन मे भाग लेकर इस आंदोलन को सफल बनाने मे अपना योगदान सुनिश्चित करें।

असम अमृत वृक्ष आंदोलन योजना आवेदन प्रक्रिया (Amrit Brikshya Andolan Registration) 

राज्य में वनस्पति की मात्रा बढ़ाने के लिए असम सरकार द्वारा अमृत वृक्ष आंदोलन के माध्यम से असम के नागरिकों से पेड़ लगाने का आग्रह किया जाता है। असम सरकार की ओर से पेड़ लगाने वाले व्यक्तियों को सरकार द्वारा आर्थिक सहायता के रूप में प्रोत्साहन मिलेगा। 

यदि उनका पेड़ स्वस्थ रहा तो यह राशि तीन साल बाद दोगुनी हो जाएगी। इस अभियान में भाग लेने वालों को पंजीकरण करना होगा, और पंजीकरण करने के बाद, उन्हें अपना Amrit Brikshya Andolan Certificate Download pdf करना होगा। 

  • Amrit brikshya Registration प्रक्रिया शुरू करने के लिए, Amrit Brikshya Andolan.assam.gov.in या एबीए ऐप तक पहुंचें।
  • उपयुक्त श्रेणी चुनें जो आपकी संबद्धता से मेल खाती हो।

amrit brikshya andolan

  • पोर्टल मे अपनी आवश्यक जानकारी नाम, उम्र, पिता का नाम और मोबाइल नंबर जैसे विवरण भरें।
  • नर्सरी से आप तक सही से पौधे या बीज पहुँच पाएं इसके लिए अपना पूरा पता दर्ज करें।

amrit brikshya registration

  • अपना पसंदीदा अंकुर संग्रहण बिंदु निर्दिष्ट करें और अपना बैंक खाते से संबंधित सारे विवरण जैसे खाता संख्या ifsc कोड इत्यादि प्रस्तुत करें।
  • सत्यापन के लिए आवश्यक पहचान दस्तावेज जैसे आधार कार्ड या वोटर कार्ड अपलोड करें।
  • अपने मोबाइल नंबर की दर्ज करें और अपने सबमिशन को अंतिम रूप दें।

अमृत वृक्ष आंदोलन योजना के लिए ऐप (Amrit Brikshya Andolan App Download)

“Amrit Brikshya Andolan App” आंदोलन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है और सरकारी मशीनरी और प्रतिभागियों के बीच पल का काम करता है, अपने निवास के जिले की श्रेणी के हिसाब से इस एप को राज्य सरकार द्वारा बनाए अमृत वृक्ष आंदोलन पोर्टल से डाउनलोड किया जा सकता है। 

amrit brikshya andolan app

अमृत वृक्ष आंदोलन एप की विशेषताएं (Features of Amrit Brikshya Andolan App)

  • Amrit Brikshya Andolon App आंदोलन के बारे में लगभग सारी जानकारी प्रदान करता है, जिसमें उसके लक्ष्य, उद्देश्य और कार्यान्वयन योजना शामिल है।
  • एप उपयोगकर्ताओं को आंदोलन में योगदान देने के विभिन्न तरीके प्रदान करता है, जैसे दान करना, स्वयंसेवा करना, या आंदोलन के बारे में जागरूकता बढ़ाना।
  • एप आंदोलन की प्रगति की निगरानी के लिए एक मंच प्रदान करता है। 
  • Amrit brikshya andolan app download करके आप इस से जुड़ी सारी जानकारी ले सकते हैं

अमृत वृक्ष आंदोलन के कुछ प्रमुख बिंदु 

  • असम सरकार ने देश मे वृक्ष रोपण कार्यक्रम लागू करने मे एक मिसाल पेश की है , पिछले वर्ष सबकि सहभागिता से इस अमृत वृक्ष आंदोलन  ने नौ गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बनाए और इस वर्ष उन नौ रिकार्ड की संख्या को बढ़ाने का लक्ष्य तय किया गया है। 
  • अमृत वृक्ष आंदोलन  नामक इस अभियान में 1 करोड़ पौधे लगाने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य भर में हजारों लोगों ने भाग लिया था , इसलिए ज्यादा से ज्यादा सहयोग बढ़ाने के लिए इस बार राज्य सरकार द्वारा 3 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। 
  • मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा के अनुसार, “वृक्षा रोपड़ के द्वारा लगाये गये वृक्षों में से यह सुनिश्चित होना चाहिए कि इनमें से कम से कम 80% पौधे शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन  की प्राप्ति में योगदान करने के लिए जीवित रहें ।” जितने ज्यादा वृक्ष इस योजना के सहारे जीवित रह जाएंगे उतना ही ज्यादा सफल ये कार्यक्रम होगा। 
  • इस amrit brikshya andolan.gov.in अभियान में विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, चाय बागान कार्यकर्ता, सरकारी अधिकारी, पुलिस और वन बटालियन एवं राज्य की आम जनता के सदस्य आदि शामिल होंगें।
  • असम सरकार के अनुसार, वृक्षारोपण अभियान के तहत प्रोत्साहन राशि वितरित करने मे सरकार पूरी तरह से तत्पर रहेगी । 
  • गिनीज रिकॉर्ड के लिए प्रयास इस प्रकार होगा – पौधों का सबसे बड़ा सर्कल,  एक दिन में एक ही स्थान पर सबसे अधिक संख्या में पौधे वितरित किए गए; अधिकांश पेड़ 1 घंटे में लगाए गए; 24 घंटे में लगाए गए सर्वाधिक पेड़; 100 लोगों की टीम द्वारा 1 घंटे में लगाए गए अधिकांश पौधे, सबसे बड़ा रोपित वृक्ष मोज़ेक, पेड़ लगाते लोगों का सबसे बड़ा फोटो एलबम, उनकी सुरक्षा के लिए पेड़ लगाने की सबसे अधिक प्रतिज्ञाएँ ली गईं। 
  • असम सरकार ने, असम ग्रीन मिशन के शुभारंभ के माध्यम से, 5 वर्षों की अवधि में राज्य के हरित आवरण को 2% यानी 36% से 38% तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है।
  • असम के मेगा वृक्षारोपण अभियान, “अमृत वृक्ष आंदोलन” में 53 प्रजाति के पौधों में से तीन करोड़ से अधिक पौधों का रोपण शामिल है।
  • इस अमृत वृक्ष आंदोलन  के अंतर्गत ऐसे पौधों का रोपण भी किया जाएगा जिसे सरक्षित श्रेणी मे रखा गया है , जिससे उनके प्रसार और संरक्षण की संभावनाओ मे वृद्धि सुनिश्चित हो सके। 

अमृत वृक्ष आंदोलन योजना के चुनौतियाँ और समाधान

Amrit brikshya Andolan के कार्यान्वयन में कुछ चुनौतियाँ भी सामने आई हैं:

  • बाढ़, सूखा और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं ने पौधों के विकास को प्रभावित किया है। वृक्षारोपण से भी जरूरी होता है उस वृक्ष का जीवित रह जाना , और ऐसी आपदाएं सबसे ज्यादा नुकसान छोटे या रोपे गए पौधों को ही पहुचाती हैं। 
  • जंगली जानवरों द्वारा पौधों को नुकसान पहुंचाने की समस्या है।आवारा जानवर पौधों को भोजन समझकर उनको नष्ट कर देते हैं , जिससे अमृत वृक्ष आंदोलन के बिकास मे प्रभाव पड़ता है। 
  • वृक्ष तस्कर भी एक बहुत बड़ी समस्या है , अवैध कटाई के चलते बड़े हो गए पौधे भी  इन तस्करों की भेंट चढ़ जाते हैं । 
  • जंगलों मे पिकनिक मनाने जाते लोग कई बार आग जलती छोड़ आते हैं या जानबूझकर आग लगाते हैं जिससे जंगली  आग लगने का खतरा बना राहत है जो कई सारे पौधों को निगल जाती है।

इन चुनौतियों का सामना करने के लिए राज्य सरकार ने निम्नलिखित उपाय किए हैं:

  • स्थानीय जलवायु और मिट्टी के अनुकूल प्रतिरोधी पौधों का चयन किया गया है। इसके साथ ही ऐसे पौधे जो विपरीत परिस्थितियों मे भी जीवित रह सकें उनका रोपण भी किया जाएगा । 
  • वन्य जीवों के संरक्षण के लिए प्रभावी उपाय किए जा रहे हैं। नई नई सीमाएं बनाई जा रही हैं जिससे वाणी जीव इन पौधों को कम से कम नुकसान पहुचा सके।  
  • लोगों को पौधों की सुरक्षा के लिए जागरूक किया जा रहा है। उनके तीसरे वर्ष पहले वर्ष से तीन गुना ज्यादा प्रोत्साहन राशि दी जा रही है, जिससे लोग  इन पौधों के संरक्षण को लेकर गंभीर हो। 

अमृत वृक्ष आंदोलन योजना का भविष्य 

Amrit brikshya andolon एक सतत प्रक्रिया है, जिसके लिए निरंतर प्रयास की आवश्यकता है। आगामी चरणों में निम्नलिखित पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है:

  • असं की अर्थव्यवस्था मे वृक्षों के योगदान को बढ़ावा देने के लिए वृक्षों से जुड़े उद्योगों को बढ़ाया जाएगा , राज्य सरकार कई कार्यक्रम चलकर व्यापारियों को इस बारे में अवगत करती रहेगी। 
  • वृक्षों की उत्पादकता और जलवायु अनुकूलन क्षमता बढ़ाने के लिए अनुसंधान को बढ़ावा देना। कृषि और वृक्ष से संबंधित छात्रों को इस कार्यक्रम मे जोड़ा जाएगा और उनके जरिए इस आंदोलन का बेहतर भविष्य सुनिश्चित किया जाएगा 
  • युवाओं को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक बनाना और उन्हें आंदोलन से जोड़ना।उन्हें पेड़ पौधों के महत्व को समझाकर इस आंदोलन को एक नए स्तर पर ले जाया जाएगा। 

Conclusion of Amrit Brikshya Andolan

अमृत वृक्ष आंदोलन अपने आप में ही एक अनोखा योजना है , शायद ये इकलौता ऐसा आंदोलन है जिसमें सरकार और नागरिक एक दूसरे के कंधे से कंधा मिलकर चल रहे हैं। अमृत वृक्ष आंदोलन की सफलता दर्शाती है कि अगर सही मन से किसी योजना को लागू किया जाए और लोगों को उसके बारे मे सही से बताया जाए तो गिनीज रिकार्ड जैसे असंभव लक्ष्य को भी प्राप्त किया जा सकता है। 

जन कल्याण के लिए लाई गई योजना को जन के हाथों मे सौंपकर योजना की सफलता डर सौ प्रतिशत तक पहुँच जाती है। इसलिए अमृत वृक्ष आंदोलन मे भाग लेने वाला प्रत्येक व्यक्ति प्रशंसा का पात्र है।

Amrit Brikshya Andolan Helpline

  • Address: Dispur, Guwahati-6
  • Phone: 0361-2724222
  • Toll Free: 1800 345 3588
  • Email: helpdesk@gmail.com & itsupport@amtron.in

FAQs of Amrit brikshya Andolan 2024

✔️ अमृत वृक्ष आंदोलन योजना क्या है?

अमृत वृक्ष योजना ओडिसा सरकार द्वारा शुरू किया गया अभियान है जिसके माध्यम से सम्पूर्ण ओडिसा में पेड़ लगाए जा रहे है ताकि पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

✔️ अमृत वृक्ष आंदोलन 2 के कैम्पेन का मूल वाक्य क्या है?

अमृत वृक्ष आंदोलन का मूल वाक्य एक पेड़ मां के नाम है।

✔️ अमृत वृक्ष आंदोलन के 2 को कब से कब तक संचालित किया गया?

अमृत वृक्ष आंदोलन 1 अगस्त से 15 अगस्त के बीच संचालित किया गया।

✔️ अमृत वृक्ष आंदोलन योजना में कितने वृक्ष लगाने का लक्ष्य बनाया गया?

 इस आंदोलन में करीबन 3 करोड पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया। 

✔️ अमृत वृक्ष आंदोलन योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?

इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य संपूर्ण प्रदेश के पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित करना ,वही हरियाली के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को भी बेहतर करना है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग पेड़ पौधों का महत्व समझ पाए और उससे वन्य जीव संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित हो सके।

✔️ असम अमृत वर्षा आंदोलन योजना के अंतर्गत क्या पौधा रोपण करने पर उम्मीदवार को कुछ प्रोत्साहन राशि दी जाती है?

 जी हां असम अमृत वृक्ष आंदोलन के अंतर्गत पौधारोपण करने वाले उम्मीदवार को ₹100 का प्रोत्साहन दिया जाता है वही जिओ टाइम स्टांप अपलोड करने पर ₹200 का प्रोत्साहन राशि वितरित की जाती है।

✔️ अमृत वृक्ष आंदोलन योजना के अंतर्गत असम राज्य में संचालन किस प्रकार सुनिश्चित किया जा रहा है ?

अमृत वृक्ष आंदोलन योजना के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह ,आशा कार्यकर्ता ,शैक्षणिक संस्थानों ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, चाय बागान श्रमिकों को इत्यादियों की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है ताकि इस आयोजन को बेहतरीन तरीके से संचालित किया जा सके।

✔️ अमृत वृक्ष आंदोलन योजना amrit brikshya andolan.com की ऑफिसियल वेबसाइट है?

जी नहीं, अमृत वृक्ष आंदोलन योजना amrit brikshya andolan.com की ऑफिसियल वेबसाइट नहीं है। अमृत वृक्ष आंदोलन योजना की ऑफिसियल वेबसाइट https://aba.assam.gov.in (amrit brikshya andolan.assam.gov.in) है।

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